मेरठ: जनपद में शनिवार को 65 वर्षीय महिला की मौत हुई है. बताया जा रहा है कि महिला बीते दिनों दूषित पानी पीने की वजह से बीमार हुई थी और हालत बिगड़ने पर उसे सरधना से मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया गया था. फिलहाल इस मामले में जिला प्रशासन ने अब तक चुप्पी साधे रखी है.
जानकारी के मुताबिक, मेरठ के सरधना कस्बे के चमारान मोहल्ले में बीते दिनों दूषित पानी से 150 लोग बीमार पड़ गए थे. इनमे से 109 लोगों को जिले के अलग-अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती कराया गया. इसी कड़ी में शनिवार को रेखा नाम की मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई. मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने बताया कि रेखा को पेट में संक्रमण था, जिसके बाद उसे पहले सरधना सीएचसी में भर्ती कराया गया था, जबकि उसके बाद भी जब तबीयत नहीं सुधरी तो हालत बिगड़ने पर मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया गया था.
वहीं, मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर श्वेता शर्मा ने ईटीवी भारत से बात-चीत में बताया कि सरधना से बीते दिनों रेखा को सरधना सीएचसी से रेफर करके मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया था. दूषित पानी पीने की वजह से तब उनकी हालत खराब थी. साथ ही उन्हें कई समस्याएं थीं. ईएमओ ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान धीरे-धीरे रेखा रिकवर कर भी रही थीं, हाइपरटेंशन ,बीपी और शुगर जैसी बीमारियों से भी संक्रमित थीं.
डिवीजन सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर अशोक तालियान ने बताया कि रेखा को उल्टी दस्त की वजह से संक्रमण अधिक फैल गया था. उन्हें कालरा का अटैक था. हालात बिगड़ती गई और उनकी किडनी पर असर पड़ा, जिससे उनकी हालत और बिगड़ती चली गई और उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने ये माना है कि उनकी मौत दूषित पानी पीने की वजह से पेट में बढ़े संक्रमण की वजह से ही हुई है.
गौरतलब है कि, बीते दिनों सरधना कस्बे में दूषित पेयजल की सप्लाई से सैंकड़ों लोगों की हालत खराब हो गई थी, जिससे शहर में हड़कंप मच गया था. दूषित पानी पीने के बाद कस्बे के 150 से अधिक लोग पेट के संक्रमण से ग्रसित हो गए थे, जिनके बाद स्वयं डीएम और सीएमओ मौके पर भी पहुंचे थे. दूषित पेयजल कैसे घरों तक पहुंचा इसकी जांच के आदेश दिए गए थे. जांच में पाया गया था कि पाइप लाइन में लीकेज बताया गया था, जिस कारण लोग बीमार पड़ गए थे.
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