मेरठः जिले में जमकर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन हो रहा है. हर दिन हजारों वाहन चालक गुजरते वक्त ट्रैफिक नियमों की खूब अनदेखी कर रहे हैं. आंकड़ों पर नजर डालें तो शहर के 9 प्रमुख चौराहों पर लगे कैमरों की पकड़ में हर दिन 20 से 40 हजार ऐसे वाहन चालक आ रहे हैं, जो नियम कायदे कानूनों से बेपरवाह हैं. लेकिन अब अगर नहीं सुधरे तो ऐसे वाहन चालकों को अपनी जेबें ढीली करनी पड़ जाएंगी.
बता दें, कि 10 मई को सीएम आदित्यनाथ ने मेरठ में आईटीएमएस कंट्रोल रूम को लेकर कहा था कि गृह मंत्रालय के सर्विलेंस सिस्टम से इन कैमरों को जोड़ा जाए, ताकि सर्विलांस कैमरे लगने के बाद अपराधियों पर आसानी से शिकंजा कसा जा सके. तभी से इन कैमरों के ट्रायल भी अलग-अलग चौराहों से जारी था.
एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि अब ITMS सिस्टम अपग्रेड होने वाला है. ऐसे में लोगों को ट्रैफिक नियम तोड़ने अब भारी पड़ेंगे. इस पूरे मामले में एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि अब नियमों को न मानने वालों पर तीसरी आंख का पहरा तो रहेगा ही इसके अलावा लापरवाही करने वालों के मोबाइल फोन पर ही ई चालान भी पहुंच जाएगा. उन्होंने बताया कि एम सारथी के तहत ई परिवहन को प्रमोट करने को डाटा बेस तैयार कर लिया गया है और जो लोग निर्धारित नियमों की अनदेखी करेंगे उनके मोबाइल पर दो हजार से लेकर 9 हजार तक के चालान के संदेश चले जाएंगे.
बता दें कि तेजगढ़ी चौराहा, जेल चुंगी चौराहा, कमिश्नरी चौराहा, साकेत चौराहा, हापुड़ अड्डा, एल ब्लॉक चौराहा, बच्चा पार्क चौराहों पर प्रमुख रूप से सेंसरयुक्त कैमरों को लगाया गया है, जो ऑटोमेटिक नंबर प्लेट को रीड कर लापरवाही बरतने वाले वाहन चालक के मोबाइल पर चालान का संदेश भेजने का काम करेंगे.
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