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मेरठ में कावंड़ियों की मदद के लिए दौड़ेंगी टू व्हीलर एंबुलेंस, एक ऐप पर मिलेंगी कई सहूलियतें - मेरठ की खबरें

सावन मास में कांवड़ियों की मदद के लिए जिला प्रशासन की ओर से खास इंतजाम किए गए हैं. चलिए जानते हैं इस बारे में.

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Published : Jul 5, 2023, 7:59 PM IST

मेरठः श्रावण मास में शहर से गुजरने वाले कांवड़ियों के लिए इस बार शासन की ओर से खास इंतजाम किए गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस संबंध में पहले ही निर्देश दे चुके हैं. कांवड़ियों के लिए सड़कों पर टू व्हीलर एंबुलेंस दौड़ेंगी. इसके अलावा कांवड़ियों को रास्ते की जानकारी, खाने-पीने, रुकने और रहने की सुविधा समेत कई तरह की सहूलियतें मिलेंगी.

सावन के लिए मेरठ में हुई खास तैयारी.

मुख्य विकास अधिकारी शशांक चौधरी ने बताया कि मेरठ में औघड़नाथ मन्दिर में लाखों की संख्या में शिवभक्तों के द्वारा जलाभिषेक किया जाता है. शिवभक्त कांवड़ लेकर जलाभिषेक को पहुंचते हैं. इसके साथ ही आसपास के जनपदों समेत अन्य कई राज्यों के लिए भी बड़ी संख्या में कांवड़िए मेरठ की सीमा से गुजरते हैं. पिछले रिकार्ड के अनुसार दो से ढाई करोड़ लोग मेरठ से गुजरते हैं.

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किस रास्ते पर मिलेगी इलाज की सुविधा.

उनके मुताबिक एक नया वेब ऐप sugamkawadmeerut.com विकसित किया गया है. इससे मेरठ से गुजरने वाले कांवड़यात्रियों की यात्रा आसान हो जाएगी. इस ऐप के जरिए कांवड़ियों को मेडिकल कैंप की लोकेशन, सामुदायिक शौचालय, स्नान गृह व पंडालों की लोकेशन मिलेगी. पंडालों में वह रुक और रह सकेंगे. साथ ही ऐप के जरिए पानी के इंतजाम भी दर्शाए जाएंगे. इस ऐप की खासियत है कि इसे डाउनलोड नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए जगह-जगह बार कोड लगाए गए हैं. बार कोड स्कैन करते ही यह ऐप मोबाइल पर डाउनलोड हो जाएगा.

इस ऐप में कांवड़ियों को कोई समस्या होने पर किसी भी प्रशासनिक मदद के लिए नंबर भी मिल जाएंगे. इस ऐप में सभी के नंबर उपलब्ध हैं. एक क्लिक पर सभी समस्याओं का निराकरण हो जाएगा. कांवड़िए अफसरों से सीधे बात कर सकेंगे. अगर कांवड़ियों को कहीं सांप काटता है या फिर वे बीमार हो जाते हैं तो उनके सूचना देते ही तुरंत एंबुलेंस आ जाएंगी और उन्हें इलाज मुहैया कराया जाएगा. साथ ही ऐप में कहां-कहां मेडिकल कैंप लगे हैं इसकी जानकारी भी उपलब्ध रहेगी.


सीडीओ शशांक चौधरी ने बताया कि पिछली साल भी प्रयास किया था और इस बार भी टू व्हीलर मोबाइल एम्बुलेंस भी कांवड़ मार्गों पर चलेंगी. जिले भर में 30 से 40 बाइक एंबुलेंस चलेंगी. इससे कांवड़ियों को तुरंत इलाज मिल सकेगा. ऐप पर रास्ते की जानकारी के अलावा, भंडारे और शिवालयों वाले रास्ते की भी जानकारी रहेगी. कांवड़ियों को कहीं भटकना नहीं पडे़गा.


ये भी पढ़ेंः PCS अधिकारी ज्योति मौर्या के खिलाफ अमिताभ ठाकुर ने CM योगी से की शिकायत

मेरठः श्रावण मास में शहर से गुजरने वाले कांवड़ियों के लिए इस बार शासन की ओर से खास इंतजाम किए गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस संबंध में पहले ही निर्देश दे चुके हैं. कांवड़ियों के लिए सड़कों पर टू व्हीलर एंबुलेंस दौड़ेंगी. इसके अलावा कांवड़ियों को रास्ते की जानकारी, खाने-पीने, रुकने और रहने की सुविधा समेत कई तरह की सहूलियतें मिलेंगी.

सावन के लिए मेरठ में हुई खास तैयारी.

मुख्य विकास अधिकारी शशांक चौधरी ने बताया कि मेरठ में औघड़नाथ मन्दिर में लाखों की संख्या में शिवभक्तों के द्वारा जलाभिषेक किया जाता है. शिवभक्त कांवड़ लेकर जलाभिषेक को पहुंचते हैं. इसके साथ ही आसपास के जनपदों समेत अन्य कई राज्यों के लिए भी बड़ी संख्या में कांवड़िए मेरठ की सीमा से गुजरते हैं. पिछले रिकार्ड के अनुसार दो से ढाई करोड़ लोग मेरठ से गुजरते हैं.

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किस रास्ते पर मिलेगी इलाज की सुविधा.

उनके मुताबिक एक नया वेब ऐप sugamkawadmeerut.com विकसित किया गया है. इससे मेरठ से गुजरने वाले कांवड़यात्रियों की यात्रा आसान हो जाएगी. इस ऐप के जरिए कांवड़ियों को मेडिकल कैंप की लोकेशन, सामुदायिक शौचालय, स्नान गृह व पंडालों की लोकेशन मिलेगी. पंडालों में वह रुक और रह सकेंगे. साथ ही ऐप के जरिए पानी के इंतजाम भी दर्शाए जाएंगे. इस ऐप की खासियत है कि इसे डाउनलोड नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए जगह-जगह बार कोड लगाए गए हैं. बार कोड स्कैन करते ही यह ऐप मोबाइल पर डाउनलोड हो जाएगा.

इस ऐप में कांवड़ियों को कोई समस्या होने पर किसी भी प्रशासनिक मदद के लिए नंबर भी मिल जाएंगे. इस ऐप में सभी के नंबर उपलब्ध हैं. एक क्लिक पर सभी समस्याओं का निराकरण हो जाएगा. कांवड़िए अफसरों से सीधे बात कर सकेंगे. अगर कांवड़ियों को कहीं सांप काटता है या फिर वे बीमार हो जाते हैं तो उनके सूचना देते ही तुरंत एंबुलेंस आ जाएंगी और उन्हें इलाज मुहैया कराया जाएगा. साथ ही ऐप में कहां-कहां मेडिकल कैंप लगे हैं इसकी जानकारी भी उपलब्ध रहेगी.


सीडीओ शशांक चौधरी ने बताया कि पिछली साल भी प्रयास किया था और इस बार भी टू व्हीलर मोबाइल एम्बुलेंस भी कांवड़ मार्गों पर चलेंगी. जिले भर में 30 से 40 बाइक एंबुलेंस चलेंगी. इससे कांवड़ियों को तुरंत इलाज मिल सकेगा. ऐप पर रास्ते की जानकारी के अलावा, भंडारे और शिवालयों वाले रास्ते की भी जानकारी रहेगी. कांवड़ियों को कहीं भटकना नहीं पडे़गा.


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