मेरठ: युवाओं को भले ही खेती के प्रति लगाव न हो, लेकिन यदि खेती व्यावसायिक दृष्टि से की जाए तो यह काफी लाभकारी साबित होती है. यह साबित करके दिखाया है मेरठ जिले के मटौर गांव में रहने वाले एक किसान ने. इस किसान ने गन्ने और गेहूं की खेती को छोड़कर मेडिसिनल प्लांट की खेती शुरू की. आज इस किसान ने दूसरे अन्य किसानों को भी मेडिसिनल खेती से जोड़ लिया है और यूपी में करीब 100 एकड़ में मेडिसिनल प्लांट की खेती करा रहे हैं. इस किसान का दावा है कि यदि वैज्ञानिक तरीके से मेडिसिनल प्लांट की खेती की जाए तो इससे पारंपरिक खेती से 10 गुना अधिक लाभ होता है.
मेरठ: नौकरी छोड़ कर की औषधीय पौधों की खेती, 10 गुना बढ़ी आमदनी
उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी किसान अशोक चौहान पारंपरिक खेती की जगह मेडिसिनल प्लांट यानी जड़ी-बूटियों की खेती कर मुनाफा कमा रहे हैं. उन्होंने बताया कि यदि वैज्ञानिक तरीके से मेडिसिनल प्लांट की खेती की जाए तो इससे 10 गुना अधिक लाभ होता है.
मेरठ: युवाओं को भले ही खेती के प्रति लगाव न हो, लेकिन यदि खेती व्यावसायिक दृष्टि से की जाए तो यह काफी लाभकारी साबित होती है. यह साबित करके दिखाया है मेरठ जिले के मटौर गांव में रहने वाले एक किसान ने. इस किसान ने गन्ने और गेहूं की खेती को छोड़कर मेडिसिनल प्लांट की खेती शुरू की. आज इस किसान ने दूसरे अन्य किसानों को भी मेडिसिनल खेती से जोड़ लिया है और यूपी में करीब 100 एकड़ में मेडिसिनल प्लांट की खेती करा रहे हैं. इस किसान का दावा है कि यदि वैज्ञानिक तरीके से मेडिसिनल प्लांट की खेती की जाए तो इससे पारंपरिक खेती से 10 गुना अधिक लाभ होता है.