मेरठ: जिले में लॉकडाउन की वजह से छात्र हॉस्टल में ही रह गए हैं. इस वजह से परिजनों को उनकी चिंता सता रही है. जिले के सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के हॉस्टल में करीब 135 छात्र हैं, जो लॉकडाउन की वजह से घर नहीं जा सके. कोरोना की बढ़ती संख्या और कुछ इलाकों को सील किए जाने के बाद परिजनों को चिंता अधिक होने लगी है.
रजिस्ट्रार बीआर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के रजिस्टार बीआर सिंह ने बताया कि विश्वविद्याल में 16 हॉस्टल हैं. इन हॉस्टलों में अभी करीब 135 छात्र ऐसे हैं जो लॉकडाउन के बाद घर नहीं जा सके. ये स्टूडेंटस जौनपुर, आजमगढ़, बरेली, गोंडा आदि जिलों के रहने वाले हैं. जिले में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण इनके परिजनों की चिंता हो रही है. परिवार के लोग लगातार फोन कर हाल पूछ रहे हैं.
छात्रों का कहना है
कृषि विश्वविद्यालय के वेटिनरी कॉलेज के छात्र गोंडा निवासी आरजे वर्मा का कहना है कि परिजनों को उनकी बेहद चिंता हो रही है. उन्हें बता दिया है कि वह यहां पूरी तरह सेफ हैं. किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है.
छात्र मोहम्मद जुबैर का कहना है कि परिजनों को चिंता हो रही है, लेकिन जब उन्हें बताते हैं कि कॉलेज में कोई परेशानी नहीं है, तो वह निश्चिंत हो जाते हैंं.
जो स्टूडेंटस किसी वजह से घर नहीं जा सके, उनका यहां ध्यान रखा जा रहा है. उनके लिए एक मेस चल रहा है, एक वार्डन की ड्यूटी लगाई गई है. मैं खुद भी हॉस्टल में जाकर स्टूडेंट्स से बातचीत कर रहा हूं.
-डॉ.आरके मित्तल, कुलपति, सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय