मेरठ: भाजपा नेता के गोदाम में पकड़ी गई 35 करोड़ रुपये की नकली एनसीईआरटी की किताबों के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. इसे लेकर विपक्ष भाजपा पर हमलावर हो गया है. इसे लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इतना ही नहीं उन्होंने इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उन पर रासुका की कार्रवाई किये जाने की मांग की. साथ ही इस पूरे प्रकरण में भाजपा के दूसरे नेताओं की भूमिका की जांच के लिए सीबीआई जांच कराये जाने की भी मांग की.
सोशल डिस्टेंसिंग का हुआ उल्लंघन
सपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिला कार्यालय से अपने प्रदर्शन की शुरुआत की. प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल एडवोकेट के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ता कार्यालय से बाहर निकले, लेकिन बाहर पहले से खड़ी पुलिस फोर्स ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया. काफी देर तक कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर सड़क पर ही नारेबाजी करते रहे. इसके बाद एसीएम ने मौके पर पहुंचकर उनका ज्ञापन लिया. वहीं सपा के इस प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह उल्लंघन किया गया.
विधायक के बेटे की हो गिरफ्तारी
इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल एडवोकेट ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस सत्ता के दबाव में अन्य लोगों को गिरफ्तार नहीं कर रही है और न ही इस मामले में शामिल अन्य लोगों के नाम मुकदमे में दर्ज कर रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में भाजपा विधायक के बेटे की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए. भाजपा के विधायक और सांसद की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए. भाजपा विधायक का बेटा आरोपी संजीव गुप्ता का पार्टनर रहा है. ऐसे में इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए ताकि इस फर्जीवाड़े में शामिल सभी लोगों के चेहरे सामने आ सकें.
जिलाध्यक्ष ने मौके पर पहुंचे एसीएम सिविल लाइन को अपना ज्ञापन सौंपते हुए इस पूरे घोटाले में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. जिलाध्यक्ष ने कहा कि जब तक सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी सपा चुप नहीं बैठेगी. इस दौरान सपा नेता अतुल प्रधान ने भी इस प्रकरण की गंभीरता से जांच कराने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.