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जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप: 400 मीटर की दौड़ में मेरठ की रूपल ने जीता कांस्य पदक, परिजनों के चेहरों पर खुशी के आंसू

देश की बेटी रूपल चौधरी ने अपने पहले ही अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में कमाल कर दिया है. 400 मीटर की दौड़ में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए रूपल ने 51.85 सेकंड के साथ कांस्य पदक जीता. बेटी की इस कामयाबी से माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है. ईटीवी भारत की टीम ने रूपल के परिवार से बातचीत की. जहां उन्होंने अपने अनुभवों को साझा किया.

जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप
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Published : Aug 6, 2022, 11:40 AM IST

Updated : Aug 6, 2022, 1:43 PM IST

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की रहनेवाली रूपल ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में कमाल कर दिया है. 400 मीटर दौड़ में मेरठ की बेटी ने भारत का झंडा शान से लहराया है. बेटी की इस कामयाबी से माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है. घरवालों ने मिठाइयां बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया. मां की आंखों में बेटी की कामयाबी पर खुशी के आंसू छलक पड़े तो पिता ने कहा जिसे उंगली पकड़कर चलना सिखाया आज उसने नाम रोशन कर दिया.

400 मीटर की दौड़ में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए रूपल ने 51.85 सेकंड के साथ कांस्य पदक जीता. जबकि 51.50 सेकेंड के साथ ग्रेट ब्रिटेन की येमी मेरी ने स्वर्ण पदक तो 51.71 सेकेंड के साथ केन्या की दमारिस मुतुंगा में रजत पदक हासिल किया. रूपल के पहले ही अंतरराष्ट्रीय दौरे पर लगातार दूसरे पदक आने से परिवार में जश्न का माहौल है. इससे पहले अंडर 20 जूनियर वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय टीम ने चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ में रजत पदक जीता. इस टीम में मेरठ की रूपल भी शामिल थीं. भारतीय टीम ने अपनी दौड़ 3:17:76 मिनट में पूरी की है. पहले स्थान पर अमेरिका की टीम रही जिसने अपनी दौड़ 3:17:69 मिनट में पूरी की. प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर जमैका की टीम रही.

जानकारी देते परिजन.

गौरतलब है कि मेरठ की रूपल पहली बार अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल हुई और पहली बार ही उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा. भारतीय टीम के पदक जीतने से एथलेटिक्स जगत में खुशी की लहर दौड़ गई. वहीं, कोच व अभिभावकों को सभी बधाई दे रहे हैं. दौड़ में आगे बढ़ने की जिद ने ही रूपल को इस मुकाम तक पहुंचाया है. एक समय था जब परिवार के लोग खुद रूपल को खेलकूद में जाने से रोकते थे, लेकिन दौड़ने की जीत पर अड़ी रूपल ने पहले पिता को मनाया फिर धीरे-धीरे पूरा परिवार सहयोग देने लगा. इसी जिद ने रूपल को पहले राष्ट्रीय चैंपियन और अब वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता भी बना दिया है.

चार गुणा 400 मीटर रिले की टीम में भारत श्रीधर, प्रिया मोहन, कपिल और मेरठ की रूपल शामिल थीं. यह टीम 3 जून को नाडियाड में आयोजित इंडियन अंडर- 20 फेडरेशन कप में रूपल ने 400 मीटर की दौड़ 52:48 सेकेंड में पूरा कर प्रथम स्थान पर रही और इस साल की नेशनल चैंपियन भी बनी थी. इसके बाद 10 जून को चेन्नई में आयोजित नेशनल इंटर स्टेट सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी रूपल ने 400 मीटर की दौड़ 52:82 सेकेंड में पूरी कर प्रथम स्थान पर रही थी. मेरठ की बेटी की इस कामयाबी पर सभी को नाज है.

इसे भी पढे़ं- CWG 2022: साक्षी ने रचा इतिहास, जीता स्वर्ण पदक

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की रहनेवाली रूपल ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में कमाल कर दिया है. 400 मीटर दौड़ में मेरठ की बेटी ने भारत का झंडा शान से लहराया है. बेटी की इस कामयाबी से माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है. घरवालों ने मिठाइयां बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया. मां की आंखों में बेटी की कामयाबी पर खुशी के आंसू छलक पड़े तो पिता ने कहा जिसे उंगली पकड़कर चलना सिखाया आज उसने नाम रोशन कर दिया.

400 मीटर की दौड़ में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए रूपल ने 51.85 सेकंड के साथ कांस्य पदक जीता. जबकि 51.50 सेकेंड के साथ ग्रेट ब्रिटेन की येमी मेरी ने स्वर्ण पदक तो 51.71 सेकेंड के साथ केन्या की दमारिस मुतुंगा में रजत पदक हासिल किया. रूपल के पहले ही अंतरराष्ट्रीय दौरे पर लगातार दूसरे पदक आने से परिवार में जश्न का माहौल है. इससे पहले अंडर 20 जूनियर वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय टीम ने चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ में रजत पदक जीता. इस टीम में मेरठ की रूपल भी शामिल थीं. भारतीय टीम ने अपनी दौड़ 3:17:76 मिनट में पूरी की है. पहले स्थान पर अमेरिका की टीम रही जिसने अपनी दौड़ 3:17:69 मिनट में पूरी की. प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर जमैका की टीम रही.

जानकारी देते परिजन.

गौरतलब है कि मेरठ की रूपल पहली बार अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल हुई और पहली बार ही उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा. भारतीय टीम के पदक जीतने से एथलेटिक्स जगत में खुशी की लहर दौड़ गई. वहीं, कोच व अभिभावकों को सभी बधाई दे रहे हैं. दौड़ में आगे बढ़ने की जिद ने ही रूपल को इस मुकाम तक पहुंचाया है. एक समय था जब परिवार के लोग खुद रूपल को खेलकूद में जाने से रोकते थे, लेकिन दौड़ने की जीत पर अड़ी रूपल ने पहले पिता को मनाया फिर धीरे-धीरे पूरा परिवार सहयोग देने लगा. इसी जिद ने रूपल को पहले राष्ट्रीय चैंपियन और अब वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता भी बना दिया है.

चार गुणा 400 मीटर रिले की टीम में भारत श्रीधर, प्रिया मोहन, कपिल और मेरठ की रूपल शामिल थीं. यह टीम 3 जून को नाडियाड में आयोजित इंडियन अंडर- 20 फेडरेशन कप में रूपल ने 400 मीटर की दौड़ 52:48 सेकेंड में पूरा कर प्रथम स्थान पर रही और इस साल की नेशनल चैंपियन भी बनी थी. इसके बाद 10 जून को चेन्नई में आयोजित नेशनल इंटर स्टेट सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी रूपल ने 400 मीटर की दौड़ 52:82 सेकेंड में पूरी कर प्रथम स्थान पर रही थी. मेरठ की बेटी की इस कामयाबी पर सभी को नाज है.

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Last Updated : Aug 6, 2022, 1:43 PM IST
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