मेरठ: 1947 में भारत के विभाजन के दौरान प्रमुख भूमिका निभाने वाले सेना से रिटायर्ड मुख्तार सिंह को सेना ने शुक्रवार को सम्मानित (Retired army soldier Mukhtar Singh Ruhil honored honored in Meerut) किया. वीएसएम के मेजर जनरल दीप अहलावत ने वीडियो काल पर बातचीत के दौरान कहा कि 100 वर्ष के होने पर वो सम्मानित करने मेरठ उनके घर पर पहुंचगे. उन्होंने कहा कि मुख्तार सिंह इस के लिये बधाई के पात्र हैं. सेना की सेवा के दौरान मुख्तार सिंह ने कई उत्कृष्ट कार्य किये थे.
बता दें कि मुख्तार सिंह रुहिल का जन्म 13 जुलाई 1924 में हुआ था. वे सेना से रिटायर्ड हो चुके हैं. उन्होंने शुक्रवार के दिन 99 साल और 6 महीने पूरे किए हैं. शुक्रवार को सेना की एक टीम मुख्तार सिंह के घर पहुंची थी. मुख्तार सिंह ने आरवीसी कोर में सेना में सेवा की ओर उन्होंने 1947 में भारत के विभाजन के दौरान एक प्रमुख भूमिका निभाई थी. वह सर्वश्रेष्ठ घुड़सवार थे. विलिंटन स्टाफ कॉलेज में प्रशिक्षक के रूप में 4 साल तक उत्कृष्ट कार्य किया. सेना में अपनी सेवा देने के साथ उन्होंने कई ऐसे कार्य भी किये, जिनके कारण उनको सेना के अधिकारियों ने सम्मानित भी किया.
शुक्रवार की देर शाम सेना की एक टीम मुख्तार सिंह रुहिल के घर पहुंची और उनको फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया. सेना की टीम ने उनकी मोबाइल से वीडियो कॉल पर वीएसएस के मेजर जरनल दीप अलाहवत से बात कराई. इस दौरान मेजर जनरल ने उनकी गतिविधियों को देख उनको शुभकामनाएं दीं. वीडियो कॉल पर मेजर जनरल को देख कर मुख्तार सिंह रुहिल बेहद खुश हुए. मेजर जनरल दीप सिंह ने उनको आश्वासन दिया कि 13 जुलाई 2024 को जब वो 100 साल पूरे करेंगे, तो उनको समान्नित करने मेजर जनरल दीप सिंह मेरठ उनके घर उनको मिलने पहुचेंगे ओर सम्मानित करेंगे.
सेना से रिटायर मुख्तार सिंह रुहिल ने मेजर जनरल को सम्मनित किये जाने पर अपनी खुशी का इज़हार करते हुए धन्यवाद किया. उन्होंने घर पहुंची सेना की टीम को भी धन्यवाद दिया. मुख्तार सिंह ने कहा कि 100 वर्ष पूरे होने पर जिस तरह सेना ने उनको समान्नित करने का आश्वसन दिया है. इससे उनका परिवार बहुत खुश है. उनका बड़ा बेटे अतहर सिंह रुहिल ने सेना को धन्यवाद दिया. अतहर सिंह रुहिल अग्निशमन दल में अधिकारी के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं.