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15 हजार फीट की ऊंचाई पर देश की रक्षा कर रहा मेरठ का लाल शहीद

उत्तरी सिक्किम में मेरठ का लाल कैप्टन श्रेयांश कश्यप शहीद हो गया. श्रेयांश कश्यप के शहीद हेने की सूचना उनके घर पर दी गई. शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे.

कैप्टन श्रेयांश कश्यप शहीद.
कैप्टन श्रेयांश कश्यप शहीद.
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Published : May 30, 2021, 3:57 PM IST

मेरठ: उत्तरी सिक्किम में मेरठ का लाल शहीद हो गया. यह सूचना घर पर पहुंचे ही परिजनों में कोहराम मच गया. शहीद कैप्टन श्रेयांश कश्यप का पार्थिव शरीर उनके गांव मटौर पहुंचा. पार्थिव शरीर के घर पहुंचे पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लग गई. शहीद कैप्टन श्रेयांश कश्यप को राजकीय सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.

मेरठ के मटौर गांव के रहने वाले थे श्रेयांश

श्रेयांश कश्यप मूल रूप से मेरठ के मटौर गांव के रहने वाले थे. मटौर पावर ग्रिड कॉलोनी निवासी श्रेयांश कश्यप का शुक्रवार रात सिक्किम में निधन हो गया था. वे 15000 फीट की ऊंचाई पर सेना के ऑपरेशन में तैनात थे. श्रेयांश को सीने में दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार देर रात उनका निधन हो गया.

पढ़ें: प्रधानमंत्री की इस योजना से गरीबों को जल्द मिलेगा 5 मंजिला इमारत में आवास

2019 में 108 इंजीनियर रेजिमेंट की बॉम्बे सैपियर्स में उन्हें 8 जून 2019 को पहली तैनाती मिली थी. इसके बाद उनकी तैनाती उत्तरी सिक्किम में 27 एमटीएन डिव में हो गई थी. शहीद श्रेयांश के घर में उनके पिता शिव गोविंद सिंह, माता सीमा सिंह, बहन सृष्टि और भाई शिवांश हैं.

मेरठ: उत्तरी सिक्किम में मेरठ का लाल शहीद हो गया. यह सूचना घर पर पहुंचे ही परिजनों में कोहराम मच गया. शहीद कैप्टन श्रेयांश कश्यप का पार्थिव शरीर उनके गांव मटौर पहुंचा. पार्थिव शरीर के घर पहुंचे पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लग गई. शहीद कैप्टन श्रेयांश कश्यप को राजकीय सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.

मेरठ के मटौर गांव के रहने वाले थे श्रेयांश

श्रेयांश कश्यप मूल रूप से मेरठ के मटौर गांव के रहने वाले थे. मटौर पावर ग्रिड कॉलोनी निवासी श्रेयांश कश्यप का शुक्रवार रात सिक्किम में निधन हो गया था. वे 15000 फीट की ऊंचाई पर सेना के ऑपरेशन में तैनात थे. श्रेयांश को सीने में दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार देर रात उनका निधन हो गया.

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2019 में 108 इंजीनियर रेजिमेंट की बॉम्बे सैपियर्स में उन्हें 8 जून 2019 को पहली तैनाती मिली थी. इसके बाद उनकी तैनाती उत्तरी सिक्किम में 27 एमटीएन डिव में हो गई थी. शहीद श्रेयांश के घर में उनके पिता शिव गोविंद सिंह, माता सीमा सिंह, बहन सृष्टि और भाई शिवांश हैं.

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