मेरठः जिले में बुधवार को पहुंचे उत्तर प्रदेश किसान मजदूर मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने भारतीय किसान के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की भूमिका पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता होते नहीं, तैयार किए जाते हैं. जिस तरह से यह किसान आंदोलन तैयार किया गया. किसान आंदोलन चलाने वालों पर तंज कसते हुए वीएम सिंह ने कहा कि गाजीपुर में किसान आंदोलन चलाने वाले को किसान परिवारों की अगर इतनी ही चिंता है तो उन्हें जो चंदा मिला है, उसे मृतक किसानों के परिवारों को दान कर दें.
उन्होंने कहा कि जब तक मैं गाजीपुर बॉर्डर पर था तब तक एक पैसे चंदे का एकत्रित नहीं होता था. मेरे वहां से हटते ही चंदा एकत्रित करने का काम शुरू हो गया. उन्होंने कहा कि 15 जुलाई को गन्ना आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना देंगे, जिसके लिए उन्होंने किसानों से समर्थन भी मांगा है. वहीं, 26 जनवरी को हुई हिंसक घटना पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने किसानों के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी. लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान हुआ है तो सहन नहीं हो सका, इसलिए वहां से अपने आपको अलग कर लिया.
इस दौरान वीएम सिंह ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गन्ना किसानों के साथ अनदेखी कर रही है. सरकार किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं कर रही है, जिससे वह परेशान है.