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मेरठ: फिर से बढ़ने लगा वायु प्रदूषण, एक्यूआई पहुंचा 300 के पार

यूपी के मेरठ में बीते तीन दिनों से एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) में बढ़ोतरी नजर आ रही है. शुक्रवार को एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया. ऐसे में महानगर की हवा फिर से खराब होने लगी है. लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगी है.

मेरठ में हवा की गुणवत्ता फिर खराब.
मेरठ में हवा की गुणवत्ता फिर खराब.
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Published : Apr 17, 2020, 3:53 PM IST

मेरठ: शहर की हवा एक बार फिर से प्रदूषित होने लगी है. लॉक डाउन के चलते स्वच्छ हुई हवा पिछले तीन दिनों से लगातार बिगड़ रही है. इस समय कारखाने बंद हैं. वाहनों का संचालन भी ठप है. ऐसे में प्रदूषण स्तर बढ़ने से हर कोई हैरान है.

3 दिन में 100 से 300 पहुंचा एयर एक्यूआई

मेरठ समेत एनसीआर में लॉक डाउन के बाद वायु प्रदूषण में काफी सुधार हुआ था. शहर का एक्यूआई 100 से नीचे चल रहा था जो सामान्य से भी कम था, लेकिन अचानक से अब इसमें बढ़ोतरी देखी जा रही है. शहर में गुरुवार को एक्यूआई स्तर 300 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया. पल्लवपुरम एरिया में सबसे अधिक एक्यूआई 320 रिकॉर्ड किया गया. इस वायु प्रदूषण के बढ़ने के तीन प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं.

कूड़ा जलाने से प्रदूषण में बढ़ोतरी

प्रदूषण विभाग का मानना है कि इस समय गेहूं थ्रेसिंग का कार्य चल रहा है, जिस कारण वातावरण में धूल बढ़ रही है. इसके अलावा लॉक डाउन की अवधि बढ़ने के बाद से कुछ स्थानों पर लोग कूड़ा जलाने लगे हैं. इस कूड़े में पॉलिथीन भी जलाई जा रही हैं. जलाया जा रहा कूड़ा प्रदूषण को बढ़ाने का कारण बन रहा है. इसके अलावा दो दिन से आसमान में हल्के बादल भी छाए हुए हैं, जिस कारण हवा की गति कम हुई है और धूल के कण वातावरण में ही तैर रहे हैं.

गेहूं थ्रेसिंग से उड़ रही धूल बन रही प्रदूषण का बड़ा कारण

सहायक क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डॉ. योगेंद्र कुमार के मुताबिक इस समय गेहूं थ्रेसिंग का कार्य शुरू हो गया है, जिस कारण वातावरण में डस्ट अधिक बढ़ रहा है. धूल का बढ़ना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है. वहीं दूसरी ओर जिला विज्ञान क्लब के जिला समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि दो-तीन दिन से प्रदूषण में इजाफा हुआ है. इसके बढ़ने की वजह जो सामने आ रही है. उनमें एक वजह कॉलोनियों में ही जलाया जा रहा कूड़ा है. लॉकडाउन के दौरान प्रदूषण में काफी सुधार हुआ था, लेकिन अब यह फिर से बढ़कर चौंका रहा है.

मेरठ: शहर की हवा एक बार फिर से प्रदूषित होने लगी है. लॉक डाउन के चलते स्वच्छ हुई हवा पिछले तीन दिनों से लगातार बिगड़ रही है. इस समय कारखाने बंद हैं. वाहनों का संचालन भी ठप है. ऐसे में प्रदूषण स्तर बढ़ने से हर कोई हैरान है.

3 दिन में 100 से 300 पहुंचा एयर एक्यूआई

मेरठ समेत एनसीआर में लॉक डाउन के बाद वायु प्रदूषण में काफी सुधार हुआ था. शहर का एक्यूआई 100 से नीचे चल रहा था जो सामान्य से भी कम था, लेकिन अचानक से अब इसमें बढ़ोतरी देखी जा रही है. शहर में गुरुवार को एक्यूआई स्तर 300 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया. पल्लवपुरम एरिया में सबसे अधिक एक्यूआई 320 रिकॉर्ड किया गया. इस वायु प्रदूषण के बढ़ने के तीन प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं.

कूड़ा जलाने से प्रदूषण में बढ़ोतरी

प्रदूषण विभाग का मानना है कि इस समय गेहूं थ्रेसिंग का कार्य चल रहा है, जिस कारण वातावरण में धूल बढ़ रही है. इसके अलावा लॉक डाउन की अवधि बढ़ने के बाद से कुछ स्थानों पर लोग कूड़ा जलाने लगे हैं. इस कूड़े में पॉलिथीन भी जलाई जा रही हैं. जलाया जा रहा कूड़ा प्रदूषण को बढ़ाने का कारण बन रहा है. इसके अलावा दो दिन से आसमान में हल्के बादल भी छाए हुए हैं, जिस कारण हवा की गति कम हुई है और धूल के कण वातावरण में ही तैर रहे हैं.

गेहूं थ्रेसिंग से उड़ रही धूल बन रही प्रदूषण का बड़ा कारण

सहायक क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डॉ. योगेंद्र कुमार के मुताबिक इस समय गेहूं थ्रेसिंग का कार्य शुरू हो गया है, जिस कारण वातावरण में डस्ट अधिक बढ़ रहा है. धूल का बढ़ना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है. वहीं दूसरी ओर जिला विज्ञान क्लब के जिला समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि दो-तीन दिन से प्रदूषण में इजाफा हुआ है. इसके बढ़ने की वजह जो सामने आ रही है. उनमें एक वजह कॉलोनियों में ही जलाया जा रहा कूड़ा है. लॉकडाउन के दौरान प्रदूषण में काफी सुधार हुआ था, लेकिन अब यह फिर से बढ़कर चौंका रहा है.

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