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मेरठ हिंसा मामला: पुलिस पर फायरिंग मामले में तीन आरोपियों की हुई शिनाख्त

20 दिसंबर को मेरठ में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों की शिनाख्त कर ली है. इन आरोपियों पर पुलिस पर फायरिंग करने का आरोप लगा है. बता दें कि पुलिस ने तीनों आरोपियों पर 20 हजार का इनाम रखा था.

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पुलिस पर फायरिंग मामले में तीन आरोपियों की हुई शिनाख्त.
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Published : Jan 3, 2020, 2:56 PM IST

Updated : Jan 3, 2020, 3:27 PM IST

मेरठ: शहर में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. हिंसा के दौरान पुलिस पर फायरिंग करने वालों की शिनाख्त की गई है, जिसमें पुलिस ने अनीस, फैजल और नईम पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है. बता दें कि पुलिस ने इन तीनों पर 20 हजार रुपये का इनाम रखा था. मेरठ के थाना लिसाड़ी क्षेत्र में 20 दिसंबर को हिंसा हुई थी.

पुलिस पर फायरिंग मामले में तीन आरोपियों की हुई शिनाख्त.

25 दिसंबर को मेरठ पुलिस ने वीडियो जारी किया था, जिसमें कुछ युवक पुलिस के ऊपर गोली चला रहे थे. पुलिस ने बताया कि खोजबीन के बाद इन तीनों युवकों की पहचान कर ली गई है. मेरठ पुलिस ने तीन आरोपियों पर 20-20 हजार का इनाम रखा था. पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी पीएफआई से जुड़े हैं.

बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हिंसा के मास्टरमाइंड के रूप में पीएफआई और एसडीपीआई जैसे संगठन के नाम सामने आए हैं. मेरठ पुलिस ने एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष समेत अब तक इन दोनों संगठनों के चार लोगों को जेल भेज दिया है.

इसे भी पढे़ं- मेरठ: IG ऑफिस के पास फायरिंग, पांच युवक गिरफ्तार

एसपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी का गठन करके इन संगठनों के गुर्गों को खंगाला जा रहा है. पुलिस अधिकारियों की मानें तो इन संगठनों के पदाधिकारियों ने लोगों को उकसाने का काम किया था. लोगों के बीच आपत्तिजनक और भड़काऊ सामग्री बांटे थे.

मेरठ: शहर में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. हिंसा के दौरान पुलिस पर फायरिंग करने वालों की शिनाख्त की गई है, जिसमें पुलिस ने अनीस, फैजल और नईम पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है. बता दें कि पुलिस ने इन तीनों पर 20 हजार रुपये का इनाम रखा था. मेरठ के थाना लिसाड़ी क्षेत्र में 20 दिसंबर को हिंसा हुई थी.

पुलिस पर फायरिंग मामले में तीन आरोपियों की हुई शिनाख्त.

25 दिसंबर को मेरठ पुलिस ने वीडियो जारी किया था, जिसमें कुछ युवक पुलिस के ऊपर गोली चला रहे थे. पुलिस ने बताया कि खोजबीन के बाद इन तीनों युवकों की पहचान कर ली गई है. मेरठ पुलिस ने तीन आरोपियों पर 20-20 हजार का इनाम रखा था. पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी पीएफआई से जुड़े हैं.

बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हिंसा के मास्टरमाइंड के रूप में पीएफआई और एसडीपीआई जैसे संगठन के नाम सामने आए हैं. मेरठ पुलिस ने एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष समेत अब तक इन दोनों संगठनों के चार लोगों को जेल भेज दिया है.

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एसपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी का गठन करके इन संगठनों के गुर्गों को खंगाला जा रहा है. पुलिस अधिकारियों की मानें तो इन संगठनों के पदाधिकारियों ने लोगों को उकसाने का काम किया था. लोगों के बीच आपत्तिजनक और भड़काऊ सामग्री बांटे थे.

Intro:मेरठ- हिंसा मामले में पुलिस का बड़ा खुलासा,

हिंसा के दौरान पुलिस पर फायरिंग करने वालों की शिनाख्त हुई,

 फायरिंग करने वालों को कनेक्शन पीएफआई से,

पुलिस ने तीनों आरोपियों पर 20000 का इनाम किया,

 अनीस, फैजल और नईम पर पुलिस पर फायरिंग करने का आरोप,

 थाना लिसाड़ी के क्षेत्र में हुई थी 20दिसम्बर को हिंसा


Body:मेरठ हिंसा में भी पीएफआई और एसडीपीआई का हाथ, अब तक चार लोग जा चुके हैं जेल ,पुलिस पर गोली चलाने के आरोपी भी PFI से जुड़े है ....
बीते 25 दिसंबर को मेरठ पुलिस ने वीडियो जारी की थी जिसमें कुछ युवक पुलिस के ऊपर गोली चला रहे हैं पुलिस का कहना है की खोजबीन के बाद इन तीन युवकों की पहचान कर ली गई है और इन पर कल मेरठ पुलिस ने 20 -20 हज़ार का इनाम रखा था इसी कड़ी में आज पुलिस का कहना है कि यह तीनों युवक पीएफआई से जुड़े हैं...
इन तीनों युवकों के नाम अनीस ,फैसल ,नईम के रूप में हुई है हालांकि पुलिस का कहना है कि इनके और भी नाम हो सकते हैं फिलहाल पुलिस इनको ढूंढने में लगी है....
 पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हिंसा के मास्टरमाइंड के रुप में पीएफआई और एसडीपीआई जैसे संगठन के नाम सामने आए है, मेरठ पुलिस ने एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष समेत अब तक इन दोनों संगठनों के चार लोगों को जेल भेज दिया है. 
जिसके बाद एसपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी का गठन करके इन संगठनों के और गुर्गों को खंगाला जा रहा है माना जा रहा है कि कई और गिरफ्तारियां इन्हीं संगठन के कार्यकर्ताओं की की जाएंगी. दरअसल 20 दिसम्बर को मेरठ हिंसा की चपेट में आ गया था. उपद्रवियों ने शहर को आग लगाने की कोशिश की, इसी हिंसा के दौरान पांच लोगों की मौत भी हो गई. पुलिसिया जांच में कई खुलासे भी हुए जिसके बाद मेरठ में हिंसा की साजिश रचने वाले लोगों का नाम भी सामने आ गया है. प्रतिबंधित संगठन पिप्ल्स फ्रंट ऑफ इंडिया और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं की कारगुजारियां सामने आई है. 
पुलिस अधिकारियों की मानें तो इन्हीं संगठनों के पदाधिकारियों ने लोगों को उकसाने का काम किया. उनके बीच आपत्तिजनक और भड़काऊ सामग्री बांटी जिससे लोग आक्रोशित हो गए और सड़कों पर उतर कर हिंसक बन गए. पुलिस ने एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष नूर हसन और उसके ड्राइवर अब्दुल मुईद हासमी को गिरफ्तार कर लिया. 
वहीं इससे पहले पुलिस ने पीएफआई के दो सदस्यों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. इन सभी पर भड़काऊ सामग्री तैयार करने और उसे बांटने का आरोप लगा है. प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो एसडीपीआई, पीएफआई, सिम्मी समेत करीब ऐसे 14 संगठनों पर नजर रखी गई है. ..अभी तक मेरठ के नौचंदी और लिसाड़ी गेट क्षेत्र से ही चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है । 



बाइट - अखिलेश नारायण ,एसपी ,मेरठ





Conclusion:
Last Updated : Jan 3, 2020, 3:27 PM IST
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