मेरठ: अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकता है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था संभालना यूपी पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है. मेरठ में शांति व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए पुलिस ने कमर कस ली है, जिसके चलते गुरुवार को दंगा रिहर्सल का मॉक ड्रिल किया गया.
संवेदनशील इलाकों में दंगा रिहर्सल का मॉक ड्रिल
अयोध्या विवाद को लेकर मेरठ में मॉक ड्रिल के लिए शहर के सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाके को चुना गया. कोतवाली, सराय बहलीन, लिसाड़ी गेट, खंदक बाजार और सुभाष बाजार में पुलिस अधिकारियों ने आरएएफ, फायर ब्रिगेड और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ दंगाइयों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया. मेरठ में अचानक हुई मॉक ड्रिल से सनसनी का माहौल बन गया. लोगों में चर्चा थी कि आखिर शहर में क्या हो गया है.
मेरठ में 86 स्थानों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है. इसके अलावा 163 लोगों को अयोध्या फैसले के दौरान नजरबंद करने की तैयारी कर ली गई. सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाएं भड़काने वालों पर भी नजर रखी जा रही है. यदि कोई दंगा भड़काने जैसी गतिविधियों में लिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
-अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी