मेरठ: जिले के राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय में एक वीथिका (गैलरी) में प्राचीन डाक्यूमेन्ट पर आधारित स्थायी प्रदर्शनी का निर्माण किया जाएगा. यह जानकारी मेरठ आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने बैठक के दौरान दी. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में प्रमाणित, तथ्यपरक व सत्यापित और प्राचीन डाक्यूमेन्ट ही प्रदर्शित किए जाए. उन्होंने कहा कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में मेरठ और उसके आसपास की घटनाओं को अधिक से अधिक प्रदर्शित किया जाए.
स्वतंत्रता संग्राम को जानने का मिलेगा मौका
आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने कहा कि राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय में बनने वाली स्थायी प्रदर्शनी में अभिलेखों का संग्रह राजकीय अभिलेखागार लखनऊ व उसके क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से किया जाए. मेरठ एक क्रांतिधरा है, इसकी अपनी एक अलग पहचान है. उन्होंने कहा कि प्राचीन डाक्यूमेन्ट पर आधारित प्रदर्शनी बन जाने से आमजन को स्वतंत्रता संग्राम को और बेहतर ढंग से जानने का अवसर मिलेगा. आयुक्त ने कहा कि युवा पीढ़ी को देश की आजादी के बारे में नजदीक से जानने का मौका मिलेगा. वह यहां आकर क्रांति से संबंधित जानकारी जुटा सकेंगे.
स्वतंत्रता संग्राम की कहानी चित्रों की जुबानी
मेरठ स्थित राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय में 1857 से शुरू हुई क्रांति की कहानी चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित की गई है. 1857 में क्रांति की पहली चिंगारी मेरठ से ही फूटी थी. राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय में क्रांति की घटना का चित्रों के माध्यम से सजीव प्रदर्शन किया गया है. आयुक्त मेरठ अनीता सी मेश्राम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में निदेशक संग्रहालय लखनऊ डॉ. एके सिंह, डॉ. अमित पाठक परियोजना प्रबंधक सीएंडडीएस, प्रभारी राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय मेरठ पीके मौर्य आदि उपस्थित रहे.