मेरठ: कोरोना वायरस को मात देने के लिए लोगों का मानसिक संबल काम आ रहा है. अपने मानसिक संबल से ही मेरठ के लोग कोरोना संक्रमण को मात दे रहे हैं. इसका खुलासा चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग की हेल्पलाइन से हुआ. हेल्पलाइन पर लोगों ने बताया कि वह कोरोना को मात देने के लिए हर मुहिम में साथ हैं.
मेरठ यूनिवर्सिटी ने जारी किये थे हेल्पलाइन नंबर
लाॅकडाउन के दौरान लोगों को किसी प्रकार का तनाव न होने पाए उसके लिए चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति एनके तनेजा ने मनोविज्ञान विभाग के शिक्षकों को जिम्मेदारी दी थी कि वह हेल्पलाइन के माध्यम से लॉकडाउन में तनाव महसूस कर रहे लोगों की काउंसलिंग कर उनकी मदद करें. इसके लिए मनोविज्ञान विभाग के 5 शिक्षकों के नंबर जारी किये गए थे. इन नंबरों पर सुबह 9 से 11 तथा दोपहर 3 बजे से 6 शाम बजे तक कॉल करने वाले लोगों की काउंसलिंग कर मदद की जा रही थी.
15 दिन में आई 109 कॉल
मनोविज्ञान विभाग की हेल्प लाइन पर पिछले दो सप्ताह में 109 कॉल प्राप्त हुईं. हेल्पलाइन पर जब मनोविज्ञान विभाग के शिक्षकों ने लोगों से बात की तो उन्होंने अपने आपको मानसिक रूप से मजबूत बताया और कहा कि वह लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं. साथ ही लोगों ने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम में उनके साथ हैं. हेल्पलाइन पर जो कॉल आई उनमें से अधिकतर कॉल यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं के बारे में जानकारी के लिए आयी. जिसमें पूछा गया कि वह लॉकडाउन के दौरान कैसे अपनी पढ़ाई करें, कैसे विश्वविद्यालय की परीक्षाएं शुरू होगी उनकी तैयारी कैसें करें.
रंग ला रही हेल्पलाइन की मुहिम
शिक्षकों का कहना है कि कुलपति एनके तनेजा द्वारा शुरू करायी गई हेल्पलाइन की मुहिम रंग ला रही है. कोरोना के खिलाफ घर में रह रहे लोगों का मानसिक बल मजबूत होना बेहद जरूरी है. हेल्पलाइन पर जो कॉलर बात कर रहा है वह अपने सवालों के जवाब मिलने पर उन्हें दूसरों से भी शेयर कर रहा है. हेल्पलाइन खासतौर पर स्टूडेंटस के लिए काफी लाभकारी साबित हो रही है, उन्हें परीक्षा को लेकर दी जा रही जानकारी उनका तनाव दूर करने में मदद कर रही है.
चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर स्नेहलता जायसवाल का कहना है कि हेल्पलाइन पर प्रतिदिन कम से कम 8 कॉल आ रही हैं. अधिकांश कॉलर परीक्षाओं और उसकी तैयारी से सम्बंधित जानकारी हासिल कर रहा है. कोरोना से जंग के लिए पूछे जाने पर अधिकतर मानसिक रूप से मजबूत होने की जानकारी दे रहे हैं.
मेरठ: मानसिक संबल से दे रहे कोरोना को मात, यूनिवर्सिटी की हेल्पलाइन से हुआ खुलासा
उत्तर प्रदेश के मेरठ में लोग अपने मानसिक संबल से कोरोना को मात दे रहे हैं. ये कहना है मनोविज्ञान विभाग के शिक्षकों का जिन्होंने लॉक डाउन के दौरान चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के हेल्पलाइन नंबर पर लोगों से बात की.
मेरठ: कोरोना वायरस को मात देने के लिए लोगों का मानसिक संबल काम आ रहा है. अपने मानसिक संबल से ही मेरठ के लोग कोरोना संक्रमण को मात दे रहे हैं. इसका खुलासा चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग की हेल्पलाइन से हुआ. हेल्पलाइन पर लोगों ने बताया कि वह कोरोना को मात देने के लिए हर मुहिम में साथ हैं.
मेरठ यूनिवर्सिटी ने जारी किये थे हेल्पलाइन नंबर
लाॅकडाउन के दौरान लोगों को किसी प्रकार का तनाव न होने पाए उसके लिए चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति एनके तनेजा ने मनोविज्ञान विभाग के शिक्षकों को जिम्मेदारी दी थी कि वह हेल्पलाइन के माध्यम से लॉकडाउन में तनाव महसूस कर रहे लोगों की काउंसलिंग कर उनकी मदद करें. इसके लिए मनोविज्ञान विभाग के 5 शिक्षकों के नंबर जारी किये गए थे. इन नंबरों पर सुबह 9 से 11 तथा दोपहर 3 बजे से 6 शाम बजे तक कॉल करने वाले लोगों की काउंसलिंग कर मदद की जा रही थी.
15 दिन में आई 109 कॉल
मनोविज्ञान विभाग की हेल्प लाइन पर पिछले दो सप्ताह में 109 कॉल प्राप्त हुईं. हेल्पलाइन पर जब मनोविज्ञान विभाग के शिक्षकों ने लोगों से बात की तो उन्होंने अपने आपको मानसिक रूप से मजबूत बताया और कहा कि वह लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं. साथ ही लोगों ने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम में उनके साथ हैं. हेल्पलाइन पर जो कॉल आई उनमें से अधिकतर कॉल यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं के बारे में जानकारी के लिए आयी. जिसमें पूछा गया कि वह लॉकडाउन के दौरान कैसे अपनी पढ़ाई करें, कैसे विश्वविद्यालय की परीक्षाएं शुरू होगी उनकी तैयारी कैसें करें.
रंग ला रही हेल्पलाइन की मुहिम
शिक्षकों का कहना है कि कुलपति एनके तनेजा द्वारा शुरू करायी गई हेल्पलाइन की मुहिम रंग ला रही है. कोरोना के खिलाफ घर में रह रहे लोगों का मानसिक बल मजबूत होना बेहद जरूरी है. हेल्पलाइन पर जो कॉलर बात कर रहा है वह अपने सवालों के जवाब मिलने पर उन्हें दूसरों से भी शेयर कर रहा है. हेल्पलाइन खासतौर पर स्टूडेंटस के लिए काफी लाभकारी साबित हो रही है, उन्हें परीक्षा को लेकर दी जा रही जानकारी उनका तनाव दूर करने में मदद कर रही है.
चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर स्नेहलता जायसवाल का कहना है कि हेल्पलाइन पर प्रतिदिन कम से कम 8 कॉल आ रही हैं. अधिकांश कॉलर परीक्षाओं और उसकी तैयारी से सम्बंधित जानकारी हासिल कर रहा है. कोरोना से जंग के लिए पूछे जाने पर अधिकतर मानसिक रूप से मजबूत होने की जानकारी दे रहे हैं.