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बावनखेड़ी हत्याकांड : आजादी के बाद पहली बार किसी महिला को होगी फांसी

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Published : Feb 17, 2021, 3:34 PM IST

Updated : Feb 17, 2021, 3:44 PM IST

देश को आजादी मिलने के बाद पहली बार किसी महिला को फांसी दी जाएगी. वह महिला है शबनम, जिसने प्रेमी के लिए अपने परिवार के सात सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया. शबनम को फांसी देने के लिए मेरठ के पवन जल्लाद तैयार हैं. उनका कहना है कि डेथ वारंट आने के बाद यदि मथुरा जेल प्रशासन उनसे संपर्क करेगा तो वह तत्काल मथुरा के लिए रवाना हो जाएंगे.

talk with executioner pawan
पवन जल्लाद.

मेरठ : अपने पूरे परिवार का कत्ल करके मोहब्बत की मंजिल तलाशने निकली 'शबनम' को अब 'डेथ वारंट' का इंतजार है. रामपुर की जेल में बंद शबनम जहां अपनी अंतिम घड़ियां गिन रही है, वहीं मेरठ के पवन जल्लाद ने भी शबनम को फांसी देने के लिए कमर कस ली है. शबनम की फांसी की तारीख मुकर्रर होते ही पवन मथुरा जेल के लिए रवाना हो जाएंगे.

फांसी देने के लिए तैयार हैं पवन जल्लाद.

क्या है पूरा मामला

अमरोहा की रहने वाली शबनम ने 14 अप्रैल 2008 की रात अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने मां-बाप, दो भाई, एक भाभी, मौसी की लड़की और मासूम भतीजे को कुल्हाड़ी से काट डाला था. प्रेमी को पाने की चाहत में अपनों के खून से हाथ रंगने वाली शबनम और उसके प्रेमी सलीम की फांसी की सजा को सुप्रीम कोर्ट ने भी बरकरार रखी थी. वहीं, शबनम के संगीन गुनाह को देखते हुए महिला होने के बावजूद राष्ट्रपति भी उसकी अपील को ठुकरा चुके हैं, जिसके बाद मथुरा की जेल में शबनम को फांसी दिए जाने की तैयारी की जा रही है.

फांसी घर का निरीक्षण कर चुके हैं पवन जल्लाद

बता दें कि आजादी के बाद हिंदुस्तान में पहली बार किसी महिला को फांसी दी जाएगी, जिसके लिए लगभग एक साल पहले मेरठ के पवन जल्लाद मथुरा जेल में बनाए गए फांसी घर का निरीक्षण कर चुके हैं. पवन ने बताया कि अभी मथुरा जेल के अधिकारियों ने उनसे संपर्क नहीं किया है, लेकिन वह शबनम को फांसी देने में बिल्कुल नहीं हिचकिचाएंगे. क्योंकि महिला हो या पुरुष, गुनहगार को अंजाम तक पहुंचाना उनका फर्ज है.

डेथ वारंट का इंतजार

गौरतलब है कि मथुरा जेल प्रशासन भी शबनम के 'डेथ वारंट' का इंतजार कर रहा है. पवन ने बताया कि डेथ वारंट आने के बाद यदि मथुरा जेल प्रशासन उनसे संपर्क करेगा तो वह तत्काल मथुरा के लिए रवाना हो जाएंगे.

मेरठ : अपने पूरे परिवार का कत्ल करके मोहब्बत की मंजिल तलाशने निकली 'शबनम' को अब 'डेथ वारंट' का इंतजार है. रामपुर की जेल में बंद शबनम जहां अपनी अंतिम घड़ियां गिन रही है, वहीं मेरठ के पवन जल्लाद ने भी शबनम को फांसी देने के लिए कमर कस ली है. शबनम की फांसी की तारीख मुकर्रर होते ही पवन मथुरा जेल के लिए रवाना हो जाएंगे.

फांसी देने के लिए तैयार हैं पवन जल्लाद.

क्या है पूरा मामला

अमरोहा की रहने वाली शबनम ने 14 अप्रैल 2008 की रात अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने मां-बाप, दो भाई, एक भाभी, मौसी की लड़की और मासूम भतीजे को कुल्हाड़ी से काट डाला था. प्रेमी को पाने की चाहत में अपनों के खून से हाथ रंगने वाली शबनम और उसके प्रेमी सलीम की फांसी की सजा को सुप्रीम कोर्ट ने भी बरकरार रखी थी. वहीं, शबनम के संगीन गुनाह को देखते हुए महिला होने के बावजूद राष्ट्रपति भी उसकी अपील को ठुकरा चुके हैं, जिसके बाद मथुरा की जेल में शबनम को फांसी दिए जाने की तैयारी की जा रही है.

फांसी घर का निरीक्षण कर चुके हैं पवन जल्लाद

बता दें कि आजादी के बाद हिंदुस्तान में पहली बार किसी महिला को फांसी दी जाएगी, जिसके लिए लगभग एक साल पहले मेरठ के पवन जल्लाद मथुरा जेल में बनाए गए फांसी घर का निरीक्षण कर चुके हैं. पवन ने बताया कि अभी मथुरा जेल के अधिकारियों ने उनसे संपर्क नहीं किया है, लेकिन वह शबनम को फांसी देने में बिल्कुल नहीं हिचकिचाएंगे. क्योंकि महिला हो या पुरुष, गुनहगार को अंजाम तक पहुंचाना उनका फर्ज है.

डेथ वारंट का इंतजार

गौरतलब है कि मथुरा जेल प्रशासन भी शबनम के 'डेथ वारंट' का इंतजार कर रहा है. पवन ने बताया कि डेथ वारंट आने के बाद यदि मथुरा जेल प्रशासन उनसे संपर्क करेगा तो वह तत्काल मथुरा के लिए रवाना हो जाएंगे.

Last Updated : Feb 17, 2021, 3:44 PM IST
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