मेरठः सचिन चौधरी कई बार इंटरनेशनल मुकाबलों में अपनी छाप छोड़ चुके हैं. पर सरकारी तंत्र से नाराज होकर वह पिछले एक सप्ताह से भूख हड़ताल पर बैठे थे. उनकी मांग थी कि उन्हें जल्द ही सरकारी नौकरी दी जाए. देर से ही सही लेकिन प्रशासन भी एक हफ्ते बाद हरकत में आ गया और जिलाधिकारी समेत कई जनप्रतिनिधि जिले के कैलाश प्रकाश स्टेडियम पहुंचे. साथ ही खिलाड़ी को आश्वासन देकर उसका अनशन तुड़वाया. वहीं सचिन का कहना है कि 25 तारीख को प्रशासनिक अधिकारी खिलाड़ी की मुलाकात खेल मंत्री से भी कराएंगे. अगर फिर भी मांगें नहीं पूरी हुईं तो वह दोबारा अनशन शुरू करेंगे.
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2012 में लंदन पैरा ओलंपिक में लिया था हिस्सा
ओम नगर के रहने वाले सचिन चौधरी पॉवरलिफ्टिंग दिव्यांग खिलाड़ी हैं. उन्होंने 2012 में लंदन में पैरा ओलंपिक में भाग लिया था. सचिन ने बताया कि वह अब तक चार बार कॉमनवेल्थ वर्ल्ड चैंपियन सहित 10 गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. भारत सरकार ने उन्हें कई बार सम्मानित किया है. प्रदेश सरकार ने उनको सुविधा और नौकरी देने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक दिव्यांग खिलाड़ी की कोई मदद नहीं दी गई. सचिन का कहना है कि सरकार की उपेक्षा से आहत होकर कैलाश प्रकाश स्टेडियम में जिला क्रीड़ा अधिकारी को अपने मेडलों को सौंपते हुए ज्ञापन दिया और कहा था कि जब तक उनकी मांग को पूरी नहीं किया जाएगा, वह अन्न त्याग कर धरने पर रहेंगे.