मेरठ: मेरठ में परिवहन निगम के चार रोडवेज डिपो की सैकड़ों बसों में अब महिलाएं निश्चिंत होकर सफर कर सकेंगी. पहली बार बसों में निर्भया फंड से पैनिक बटन लगाए जा रहे हैं. पायलट प्रोजेक्ट के तहत मेरठ डिपो, सोहराब गेट डिपो और हापुड़ जिले का गढ़मुक्तेश्वर समेत बड़ौत डिपो की बसों में पैनिक बटन लगाए जा रहे हैं.
सोहराब गेट डिपो की बसों में लगाए जा रहे पैनिक बटन: सोहराब गेट डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक राकेश कुमार ने बताया कि डिपो में इस वक्त निगम की 160 बसें हैं. जिनमें से लगभग 50 बसों में पैनिक बटन लगाए जा चुके हैं. इस डिवाइस को लगाने की प्रक्रिया चल रही है. कंट्रोल रूम को भी शीघ्र ही स्थापित किया जाना है. यह महिला सुरक्षा के लिए यह बेहद ही अच्छा कदम है.
महिलाओं में बढ़ेगा आत्मविश्वास: क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि अगर कोई भी समस्या किसी महिला यात्री को होती है तो वह पैनिक बटन दबा सकती है. इस बटन को दबाते ही उस बस की सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगी. जिसके बाद शीघ्र ही जो भी उचित एक्शन बनता है, वह लिया जाएगा. उम्मीद है कि पैनिक बटन लगने के बाद महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा. वह खुद को पहले से अधिक सुरक्षित महसूस करेंगी.
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कंट्रोल रूम पर तुरंत मिलेगी सूचना: सोहराब गेट डिपो के वरिष्ठ स्टेशन प्रभारी आसिफ अली बताते हैं कि महिलाओं के लिए यह सुरक्षा देने वाली डिवाइस है. किसी भी आपात स्थिति में इस बटन के प्रयोग से सुरक्षा मिल सकेगी. मेरठ के कंट्रोल रूम में तो इसकी सूचना मिलेगी ही. वहीं, लखनऊ में भी बने कंट्रोल रूम में उस बस नंबर की सूचना मिल जाएगी. इससे बेशक यात्रा और भी सुरक्षित और सुगम हो जाएगी.
180 बसों में अब तक लग चुके हैं ये पैनिक बटन: क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यवाहक के तौर पर कार्यभार संभाल रहे निगम के सेवा प्रबंधक लोकेश राजपूत ने बताया कि निर्भया योजना के अंतर्गत पायलट प्रोजेक्ट के तहत बसों में कुछ डिवाइस लगाई जा रही हैं. मेरठ क्षेत्र की चारों डिपों के बसों के लिए अभी तक 280 डिवाइस मिली हैं. वहीं, 180 में पैनिक बटन लगाई जा चुकी है. उन्होंने बताया कि यदि महिला यात्री को छेड़छाड़ या अन्य कोई बात होती है तो, वह पैनिक बटन से सहायता मांग सकती है. पैनिक बटन दबाते ही बस की लोकेशन मुख्यालय पर पहुंच जाएगी. इसके बाद सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगी, तत्काल उस सूचना पर एक्शन लिया जाएगा. बता दें कि बीते दिनों ही प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने लाइव ट्रैकिंग डिवाइस और पैनिक बटन लगाए जाने के बारे मे जानकारी साझा की थी. इसको लेकर लखनऊ में परिवहन निगम मुख्यालय में कमांड सेंटर बनाया जा रहा है. वहां 24 घंटे बसों की मॉनिटरिंग की जा सकेगी.
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