मेरठ: गंगा यात्रा को लेकर जिले में भाजपा जोर-शोर से कार्यक्रमों का आगाज करेगी, जबकि जिले में धारा 144 लागू है. ऐसे में समाजवादी पार्टी समेत तमाम विपक्षी दल जिले में लागू धारा-144 के विरुद्ध कमिश्नरी पार्क में धरने पर बैठ गए. प्रदर्शनकारी नेताओं ने प्रशासन पर दोहरी मानसिकता का आरोप लगाते हुए भाजपा के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया है.
तमाम विपक्षी दलों के नेताओं सहित सपा, कांग्रेस और रालोद के नेता कमिश्नरी पार्क में मौन व्रत धारण कर धरने पर बैठ गए. उनका कहना है कि CAA के नाम पर जिले में लागू धारा-144 से आम जनमानस को समस्या हो रही है. उनका मानना है कि प्रदेश में धारा-144 लागू कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. धारा 144 लगाकर विपक्षी दलों की आवाज को दबाया जा रहा है.
सपा के जिलाध्यक्ष का कहना है कि धारा -144 के नाम पर सरकार विपक्षी दलों का दमन कर रही है. बीजेपी लोकतंत्र की हत्या कर उसे कमजोर करने का प्रयास कर रही है, जबकि प्रदेश में किसानों का गन्ने का भुगतान नहीं हुआ है, जिसकी वजह से किसान आत्महत्या कर रहा है. वहीं बेरोजगारी अपने चरम पर है और शिक्षकों को उनकी नियुक्ति नहीं मिल पा रही है. इन सभी मुद्दों पर सरकार विफल है.
धारा-144 के नाम पर अखिलेश यादव की कई रैलियों को रद्द कर दिया गया. पूरे प्रदेश में बीजेपी ने त्राहिमाम मचा दिया है, पूरे प्रदेश को योगी आदित्यनाथ ने बर्बाद कर दिया. जिला प्रशासन दोहरा मापदंड अपना कर भाजपा के कार्यकर्ताओं को गंगा यात्रा के नाम पर रैली करने का आदेश दे रहे हैं.
राजपाल सिंह, जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी