मेरठ: जनपद में प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश ने शुक्रवार को बचत भवन में लाॅकडाउन खुलने के बाद बाजारों और उद्योगों को खोले जाने के विषय पर बैठक की. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे इस संबंध में फुलप्रूफ ढंग से जिले की कार्ययोजना बनायें. इसके लिए उन्होंने सूचनाओं के बेहतर आदान-प्रदान के लिए अधिकारियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर फीड़बैक लेने के लिए कहा. नगर पालिका और नगर पंचायतों में बाजार और उद्योग आदि खोलने के लिए एसडीएम, पुलिस क्षेत्राधिकारी और अधिशासी अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने के लिए कहा.
मजदूरों की व्यवस्था करे प्रशासन
नोडल अधिकारी टी वेंकेटश ने कहा कि यदि लाॅकडाउन 3 मई को खोला जाता है और निर्माण कार्य प्रारंभ होते हैं तो निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को रखने की व्यवस्था प्रशासन अभी से करे. यह सुनिश्चित किया जाये कि मजदूरों को समय से मजदूरी मिले और भोजन के पैकेट उपलब्ध हों. लाॅकडाउन के उपरांत बाजारों और उद्योगों में से क्या खोला जायेगा और क्या नहीं, इसकी एक फुलप्रूफ कार्ययोजना बनाएं. उन्होने आवश्यक सेवाओं को प्राथमिकता पर रखने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि सभी तहसीलों के एसडीएम और सीओ 10-10 ईंट भट्टों का निरीक्षण करें. वहां कार्य करने वाले मजदूरो को कोई परेशानी न हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित हो.
चार कंपनियों को पीपीई किट बनाने की अनुमति
जीएम डीआईसी वीके कौशल ने बताया गया कि 4 कंपनियों को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेन्ट किट (पीपीई किट) बनाने की अनुमति प्राप्त हुई है. यह कंपनियां एक दिन में 2000 किट बनायेंगी. इस पर प्रमुख सचिव ने उनको निर्देशित किया कि वह इन कम्पनियों का निरीक्षण भली प्रकार से करवा लें. इस दौरान डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि लाॅकडाउन के उपरान्त कार्य करने के लिए आरआरटीएस और मेट्रो के कार्य के लिए अनुमति प्रदान की गयी है. उन्होंने कहा कि दुकानों, प्रतिष्ठानों, सर्राफा और विभिन्न उद्योगो आदि को किस प्रकार योजनाबद्ध तरीके से खुलवाकर संचालित कराया जायेगा, इस पर प्रशासनिक स्तर पर तैयारी की जा रही है.