मेरठः राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद जयंत चौधरी (Rashtriya Lok Dal National President MP Jayant Chowdhary) ने शुक्रवार को राज्यसभा सभा में एक निजी सदस्य विधेयक पेश किया. इस विधेयक में उन्होंने मांग की है कि लोकसभा एवं विधानसभा के लिए निर्धारित आयु सीमा 25 वर्ष और राज्यसभा एवं विधान परिषद (Rajya Sabha and Legislative Council) के लिए निर्धारित आयु सीमा 30 वर्ष को घटाकर 21 वर्ष कर देनी चाहिए. इससे युवा पीढ़ी देश के नीति निर्धारण संबंधी मामलों में सक्रिय भूमिका निभा सके.
सांसद जयंत चौधरी ने शुक्रवार को राज्यसभा में शून्यकाल में 3 अक्टूबर 2021 को हुए लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ितों के मुआवजे को लेकर सवाल उठाया और पूछा कि राज्य सरकार ने अभी तक उन्हें मुआवजा क्यों नहीं दी है. जंयत ने कहा कि उस समय प्रदेश सरकार ने घायलों को 10-10 लाख रुपये एवं मृतकों के आश्रितों को नौकरी देने का आश्वासन दिया था. एक दिसंबर 2022 को उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में हमारी पार्टी के विधान मंडल दल के नेता श्री राजपाल बालियान के प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्रीजी ने माना कि मृतक परिवारों को नौकरी तथा अन्य घायलों को अभी तक कोई मुआवजा राशि नहीं दी गयी है. ऐसे में केंद्र सरकार का नैतिक दायित्व बनता है कि वह अपनी ही पार्टी की राज्य सरकार से पूछे कि पीड़ितों को अभी तक मुआवजे का भुगतान क्यों नहीं किया गया है.
वहीं रालोद की प्रदेश अध्यक्ष (सामाजिक मंच) संगीता दोहरे (Sangeeta Dohre) ने कहा कि भारत की युवा आबादी के लिए राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राज्यसभा चौधरी जयंत सिंह ने चुनाव लड़ने की आयु सीमा 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष करने के लिए राज्यसभा के अंदर बिल पेश किया है. यह स्वागत योग्य और वर्तमान समय में बिल्कुल जायज है. उन्होंने कहा कि भारत की युवा शक्ति जो वोट देकर सरकार बनाती आई है. अगर देश के अंदर इस युवा शक्ति के बारे में सर्वप्रथम किसी ने सोचा है तो राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने सोचा है. उनकी यह पहल सराहनीय है. प्रत्येक पार्टी को उनकी इस पहल की सराहना करनी चाहिए. जल्द से जल्द राज्यसभा व लोकसभा में प्रस्ताव पारित करके 25 वर्ष से आयु घटाकर 21 वर्ष चुनाव लड़ने के लिए कर देनी चाहिए.
इससे पहले भी चौधरी जयन्त सिंह विभिन्न मंचों से इस मुद्दे को लेकर आवाज उठाई है. 12 फरवरी 2019 को भी जयंत ने दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित "युवा अधिकार सम्मेलन' में मांग उठाते हुए कहा था कि "हमारे देश की युवा आबादी लगभग 65 प्रतिशत है. जब देश युवा है, तो सांसद, विधायक बुजुर्ग क्यों ?"