मेरठ: जिले से ढाई साल से लापता महिला मंगलवार को गुजरात से सकुशल बरामद कर ली गई. महिला के परिजनों ने रिश्तेदारों समेत पांच लोगों पर अपहरण कर हत्या का आरोप लगाया था. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को जेल भी भेज दिया था. महिला ने अपने बयान में अपनी मर्जी से घर छोड़कर जाने की बात कही है. इसके बाद पुलिस बेगुनाहों को रिहा कराने की तैयारी में जुट गई है.
प्रेम सबंधो का विरोध करने पर साजिश के तहत छोड़ा घर
मामला जिले के थाना टीपी नगर थाना इलाके का है. ढाई साल पहले मुल्तान नगर निवासी महिला का एक युवक से प्रेम संबंध चल रहा था. महिला का पति और रिश्तेदार कथित युवक से बात करने का विरोध करने लगे. इसके बाद साल 2018 में महिला ने खुद के अपहरण का साजिश रचा और घर छोड़कर चली गई. हालांकि, फोन के जरिए महिला और परिजनों की बात होती रही. इसके बाद भी महिला के परिजनों ने महिला के अपहरण और हत्या का आरोप ससुराल वालों पर लगा दिया.
आरोपी एक साल से हैं जेल में
परिजनों ने पति और उसके दो रिश्तेदारों ओम प्रकाश उर्फ ओमी और सचिन निवासी बुलंदशहर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद महिला का पति फरार हो गया. पुलिस ने मामले की जांच कर साक्ष्यों के आधार पर 2019 में ओमी और सचिन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पिछले एक साल से आरोपियों के परिजन उनकी जमानत के लिए अदालत के चक्कर काट रहे हैं.
हाईकोर्ट के आदेश पर गुजरात से महिला बरामद
आरोपियों के परिजनों ने जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. इसके बाद हाईकोर्ट ने मेरठ पुलिस को महिला को जिंदा या मुर्दा बरामद करने के आदेश दिए थे. कोर्ट के आदेश पर थाना टीपी नगर पुलिस महिला की तलाश में जुट गई. दो दिन पहले पुलिस ने महिला को गुजरात के सूरत से सकुशल बरामद कर लिया. महिला ने अपना जुर्म कुबूल किया है. उसने कहा कि वह साजिश के तहत अपनी मर्जी से घर छोड़कर चली गई थी. परिजनों के साथ मिलकर सचिन और ओमी को झूठे मुकदमे फंसाने के लिए यह साजिश रची थी.
जेल से रिहा होंगे बेकसूर
सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय ने बताया कि ढाई साल पहले लापता महिला की बरामदगी कर ली गई है. मजिस्ट्रेट के समक्ष महिला के बयान दर्ज करा दिए गए हैं. महिला ने अपना जुर्म कुबूला है. अब जेल में बंद बेगुनाह ओमी और सचिन को रिहा कराने की तैयारी शुरू कर दी है.