मेरठः ज्ञानवापी मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू ने आक्रांताओं की निशानियां सहेजी थी, यह उसी का परिणाम है. केंद्रीय मंत्री रविवार को मेरठ में जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने पहुंचे थे. मिलेनियम पब्लिक स्कूल, बागपत रोड में हुए अधिवेशन में उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून के पक्ष में अपने विचार रखे.
ज्ञानवापी विवाद पर मंत्री ने कहा कि जब देश का बंटवारा हुआ तभी नेहरू को चाहिए था कि आक्रांताओं की सारी निशानी मिटा दें लेकिन नेहरू ने तुष्टिकरण की राजनीति के लिए केवल काशी, मथुरा, अयोध्या को ही विवादित नहीं रखा बल्कि देश में बाबर, औरंगजेब के नाम पर सड़क बनवा दीं.
मंत्री ने मीडिया की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इन्हें चटपटी चीजें चाहिए, मैं चटपटी चीजें भी दूंगा लेकिन आयोजन के बाहर. अभी चटपटी बातें करने नहीं आया हूं. जनसंख्या नियंत्रण पर बात करुंगा. अन्य विषयों पर बात बाहर करुंगा. यहां क्रांति के दीप की बात हो रही है, बाहर निकलूंगा तो चटपटा भी दूंगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में समान जनसंख्या कानून लागू होना चाहिए जो हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी पर एक समान लागू हो. अधिवेशन में 23 राज्यों से संगठन के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया. जनसंख्या समाधान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि सभी राज्य में जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर आंदोलन की गति बढ़ाई जाएगी. यहां राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रविंद्र गुर्जर, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र नीलकंठ आदि मौजूद थे.
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