ETV Bharat / state

बूंद-बूंद जल को बनाया जीवन का आधार, 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज हुआ नाम - मेरठ न्यूज

करोड़ों लीटर पानी बचा चुकीं मेरठ की जल योद्धा अदिति चंद्रा का नाम 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज हुआ है. मात्र दो वर्षों में ही अदिति चंद्रा ने जल संरक्षण के क्षेत्र में ऐसा कार्य किया कि उन्हें विश्व की नामी संस्था 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' ने इनाम से नवाजा है. अदिति चंद्रा को शील्ड और मेडल से भी सम्मानित किया गया है.

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित अदिति
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित अदिति
author img

By

Published : Feb 26, 2021, 3:11 PM IST

मेरठ: जिले की रहने वाली अदिति चंद्रा ने जल संरक्षण को लेकर ऐसा कार्य किया कि 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' की टीम ने उनकी सराहना की. बच्चों के साथ मिलकर अदिति ने बूंद-बूंद जल बचाने को अपने जीवन का आधार बना लिया है. वह घर-घर जाकर लोगों से जल बचाने का आग्रह करती हैं. अदिति का नाम 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज हुआ है. अदिति को मेरठ के लोग 'जल योद्धा' कहते हैं. जल संरक्षण के क्षेत्र में योगदान देकर वैश्विक पटल पर अदिति भारत का नाम रोशन कर रही हैं.

जल योध्या अदिति चंद्रा ने बताया कि पिछले दो वर्षों से वह लगातार डोर टू डोर जाकर लोगों को पानी के महत्व के बारे में बता रही हैं. अदिति का कहना है कि अगर रास्ते में उन्हें कहीं भी लीकेज की शिकायत मिलती है तो वह फौरन उसे दुरुस्त कराने में जुट जाती हैं. ऐसा करते हुए अब तक वह करोड़ों लीटर पानी बचा चुकी हैं. अदिति का कहना है कि उनके जीवन का लक्ष्य ही अब जल है, क्योंकि जल है तो कल है.

अदिति की संस्था का नाम 'द ग्रोइंग पीपल' है. अदिति चंद्रा ने पिछले एक वर्ष में 850 से ज्यादा लीकेज ठीक करवाकर करोड़ों लीटर पानी बर्बाद होने से बचा लिया. मेरठ छावनी परिषद और नगर निगम के साथ मिलकर अदिति लगातार जल संरक्षण और साफ-सफाई को लेकर कार्य कर रही हैं. अदिति घर-घर जाकर लोगों से अपील करती हैं कि लोग घरों में ज्यादा से ज्यादा किचन गार्डन लगाएं और घरों के गीले कचरे से ही खाद बनाएं, जिसका उपयोग महिलाएं किचन गार्डन में करें.

अदिति ने अपने इस मिशन में सैकड़ों बच्चों को भी अपने साथ जोड़ा है. ये बच्चे भी अपने घरों से प्लास्टिक के कचरे को घर से बाहर नहीं आने दे रहे हैं. ऐसे बच्चों को अदिति की संस्था सम्मानित भी करती है. विश्व में धाक जमाने वाली मेरठ की जल योद्धा की लोग तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. कैंट बोर्ड के सीईओ नतेन्द्र नाथ का कहना है कि ऐसी जल योद्धा महिला को वह नमन करते हैं.

अदिति ने बताया कि कोविड-19 की वजह से लंदन से 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' की टीम तो मेरठ नहीं पहुंच सकी, लेकिन उनके प्रतिनिधि के रूप में कैंट बोर्ड के सीईओ और नगर आयुक्त की टीम ने उन्हें 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' की तरफ से आई ट्रॉफी और मेडल से सम्मानित किया. अदिति का कहना है कि आने वाले दिनों में उन्हें 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' की टीम इंदौर में सम्मानित करेगी.

मेरठ: जिले की रहने वाली अदिति चंद्रा ने जल संरक्षण को लेकर ऐसा कार्य किया कि 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' की टीम ने उनकी सराहना की. बच्चों के साथ मिलकर अदिति ने बूंद-बूंद जल बचाने को अपने जीवन का आधार बना लिया है. वह घर-घर जाकर लोगों से जल बचाने का आग्रह करती हैं. अदिति का नाम 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज हुआ है. अदिति को मेरठ के लोग 'जल योद्धा' कहते हैं. जल संरक्षण के क्षेत्र में योगदान देकर वैश्विक पटल पर अदिति भारत का नाम रोशन कर रही हैं.

जल योध्या अदिति चंद्रा ने बताया कि पिछले दो वर्षों से वह लगातार डोर टू डोर जाकर लोगों को पानी के महत्व के बारे में बता रही हैं. अदिति का कहना है कि अगर रास्ते में उन्हें कहीं भी लीकेज की शिकायत मिलती है तो वह फौरन उसे दुरुस्त कराने में जुट जाती हैं. ऐसा करते हुए अब तक वह करोड़ों लीटर पानी बचा चुकी हैं. अदिति का कहना है कि उनके जीवन का लक्ष्य ही अब जल है, क्योंकि जल है तो कल है.

अदिति की संस्था का नाम 'द ग्रोइंग पीपल' है. अदिति चंद्रा ने पिछले एक वर्ष में 850 से ज्यादा लीकेज ठीक करवाकर करोड़ों लीटर पानी बर्बाद होने से बचा लिया. मेरठ छावनी परिषद और नगर निगम के साथ मिलकर अदिति लगातार जल संरक्षण और साफ-सफाई को लेकर कार्य कर रही हैं. अदिति घर-घर जाकर लोगों से अपील करती हैं कि लोग घरों में ज्यादा से ज्यादा किचन गार्डन लगाएं और घरों के गीले कचरे से ही खाद बनाएं, जिसका उपयोग महिलाएं किचन गार्डन में करें.

अदिति ने अपने इस मिशन में सैकड़ों बच्चों को भी अपने साथ जोड़ा है. ये बच्चे भी अपने घरों से प्लास्टिक के कचरे को घर से बाहर नहीं आने दे रहे हैं. ऐसे बच्चों को अदिति की संस्था सम्मानित भी करती है. विश्व में धाक जमाने वाली मेरठ की जल योद्धा की लोग तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. कैंट बोर्ड के सीईओ नतेन्द्र नाथ का कहना है कि ऐसी जल योद्धा महिला को वह नमन करते हैं.

अदिति ने बताया कि कोविड-19 की वजह से लंदन से 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' की टीम तो मेरठ नहीं पहुंच सकी, लेकिन उनके प्रतिनिधि के रूप में कैंट बोर्ड के सीईओ और नगर आयुक्त की टीम ने उन्हें 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' की तरफ से आई ट्रॉफी और मेडल से सम्मानित किया. अदिति का कहना है कि आने वाले दिनों में उन्हें 'वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड' की टीम इंदौर में सम्मानित करेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.