मेरठ: एकदिवसीय विश्व कप का फाइनल मुकाबला 19 नवंबर को गुजरात के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा, लेकिन क्या आप जानते हैं वर्ल्ड कप 2023 के हर मैच में उत्तर प्रदेश के मेरठ की मौजूदगी रही है और फाइनल मुकाबले में भी रहेगी. अब आप सोच रहे होंगे ये कैसे है. दरअसल, मेरठ देश का वह स्थान, जिसे स्पोटर्स सिटी के नाम से भी जाना जाता है. यहां के बने बल्ले हर दिन खिलाड़ियों को उनके लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ा रहे हैं. क्रिकेट उत्पादों का एशिया का सबसे बड़ा बाजार मेरठ में ही है.
भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन हर क्रिकेट प्रेमी को पसंद आ रहा है. देश में फिर एक बार उम्मीद जगी है कि वर्ल्ड कप भारत का हो सकता है. ऐसे में जिन बल्लों से रनों की बौछार हो रही है, उनमें से अधिकतर मेरठ में ही बने हैं. जिससे मेरठ स्पोर्ट्स सिटी के विश्व प्रसिद्ध सूरजकुण्ड मार्केट में खेल का सामान बेचने वाले कारोबारियों की खुशी भी कई गुना बढ़ गई है.
ईटीवी भारत से बातचीत में क्रिकेट के तमाम प्रोडक्ट के होल सेलर मनोज तलवार बताते हैं कि मेरठ क्रिकेट का बड़ा बाजार है. वर्ल्ड की जो क्रिकेट के टॉप प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी हैं वह भी मेरठ की देन हैं. क्रिकेटर्स मेरठ के ही बने उत्पादों से खेलते हैं. खेल की सामग्री यहां बनती है और यहीं से अलग-अलग देश को निर्यात की होती है. अधिकतर खिलाड़ी मेरठ आते हैं और अपने हाथ से अपनी आंखों के सामने बल्ला तैयार कराते हैं.
स्पोर्ट्स सिटी के नाम से जाना जाता है मेरठः व्यापारी भास्कर गर्ग कहते हैं कि देश दुनिया में मेरठ को स्पोर्ट्स सिटी के नाम से जाना जाता है. मेरठ का नाम पूरे वर्ल्ड में है, स्पोर्ट्स का सामान देश भर में तो जाता ही है, इसके अलावा यहां के खेल के सामान की देश के बाहर भी अच्छी खासी डिमांड है. सेमीफाइनल में इंडिया की जीत से बाजार में भी हलचल नजर आई है. सभी को उम्मीद है कि वर्ल्ड कप इंडिया जीतेगी. इससे यहां का बाजार भी आशान्वित है कि उससे यहां के बाजार को भी लाभ होगा.
मेरठ में क्रिकेट उत्पादों का टर्नओवर एक हजार करोड़ से अधिकः मेरठ स्पोर्ट्स मार्केट के अध्यक्ष अनुज सिंघल कहते हैं कि मेरठ के स्पोर्ट्स बाजार की अगर बात करें तो लगभग 1000 करोड़ रुपये का सलाना टर्नओवर अकेले क्रिकेट प्रोडक्ट का है, जिसमें देश की बड़ी मेरठ में स्थापित विश्व प्रसिद्ध कंपनी भी शामिल हैं. वह बताते हैं कि इन दिनों वर्ल्ड कप के दौरान क्रिकेट सामग्री की बिक्री भी बढ़ी है, हालांकी वह बताते हैं कि इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है कि यह कितना फीसदी होगी.
मेरठ से निर्यात होते हैं क्रिकेट उत्पादः अनुज सिंघल बताते हैं कि मेरठ में निर्मित क्रिकेट के उत्पाद देश के बाहर भी काफी देशों में निर्यात होते हैं. ऐसा भी नहीं है कि मेरठ में सिर्फ SS या SG के उत्पाद ही अधिक प्रसिद्ध हैं, बल्कि और भी बहुत सी कम्पनियां हैं जिनके बल्ले से खिलाड़ी मैच खेल रहे हैं. वह बताते हैं कि यहां के बने बल्लों से कोई रणजी में खेल रहा है तो कोई देश भर में स्टेडियम से लेकर गली मोहल्लों तक में खेल रहा है.
क्रिकेट उत्पाद से 10 हजार लोगों को मिल रहा रोजगारः जहां तक रोजगार की बात है तो लगभग दस हजार लोग सिर्फ क्रिकेट सामग्री तैयार करने के काम से जुड़े हैं जिन्हें रोजगार मिल रहा है. वह कहते हैं कि जो मेन इंडस्ट्री है मेरठ में वह क्रिकेट से ही जुडी है. हालांकि, क्रिकेट के अलावा अगर स्पोर्ट्स इंडस्ट्री की बात करें तो यहां फुटबाल बैडमिंटन समेत तमाम खेल से जुड़ी इकाई हैं, जिनके सामान तैयार होते हैं.
देश में कहां हैं खेल उत्पाद के बाजारः अनुज सिंघल बताते हैं कि खेल उत्पाद को लेकर पूरे देश में दो ही जाने माने बाजार हैं, जिनमें यूपी में मेरठ और पंजाब में जालंधर हैं. इन दोनों जगह खेल उत्पादों को बनाया भी जाता है और देश विदेश में क्रिकेट का सामान भेजा भी जाता है. मेरठ में समय-समय पर प्लेयर्स भी आते हैं और अपनी पसंद के सामान लेकर जाते हैं. इसी तरह ऐसे प्लेयर्स भी आते हैं जो आईपीएल और रणजी में खेलते हैं और जमकर चौके छक्के भी लगाते हैं.
योगी सरकार की ODOP योजना से बढ़ा कारोबारः एक जिला एक उत्पाद को लेकर मेरठ के स्पोर्ट्स उत्पाद तैयार करने वाले उद्यमी मानते हैं कि इससे कहीं न कहीं व्यवसाय बढ़ा है, व्यापारियों में उत्साह बढ़ा है. सरकार ने रोजगार को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी भी दी है, इससे बड़े स्तर पर लाभ भी मिला है. मेरठ के स्पोर्ट्स कारोबारी कहते हैं कि जब उनके प्रोडक्टस से खिलाड़ी खेलते हैं तो बड़ा गर्व महसूस होता है. जिस तरह से प्रदेश में पहले खेल यूनिवर्सिटी भी मेरठ में बनाई जा रही है, उससे भी बेशक मेरठ के स्पोर्ट्स कारोबार को और भी बढ़ावा मिलेगा. यह भी सभी के लिए गर्व करने वाली बात है.
टीम इंडिया की जीत पर हैं स्पोर्ट्स इंडस्ट्री की निगाहेंः स्पोर्ट्स इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि जिस तरह से अभी इंडिया का प्रदर्शन है, उससे सभी उत्साहित हैं. कहीं न कहीं बच्चों को भी इससे प्रेरणा मिल रही है, पहले की अपेक्षा खेलों की तरफ भी ज्यादा बच्चे अब आ रहे हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे खेल उद्योग को भी लाभ हो रहा है बच्चों की फिटनेस भी बनी रहेगी. स्पोर्ट्स व्यापार संघ से जुड़े अक्षत गोयल कहते हैं कि जैसा कि हम देख रहे हैं टीम इंडिया शानदार प्रदर्शन कर रही है, नंबर वन पर चल रही है, उससे सभी प्रोत्साहित हो रहे हैं.
टीम इंडिया की जीत से कारोबार को फायदाः वह कहते हैं कि जिस तरह से इस समय इंडियन टीम परफॉर्म कर रही है, बैटिंग से लेकर बॉलिंग तक हमारे प्लेयर्स अच्छा कर रहे हैं, उससे लग रहा है कि इस बार वर्ल्ड कप भारत का होगा. ऐसे में अगर इंडिया जीतेगी तो स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को भी फायदा होगा. क्योंकि उम्मीद है कि पूरा माहौल देश में टीम इंडिया की जीत के बाद क्रिकेटमयी होने जा रहा है. प्लेयर्स भी और ज्यादा फिर इस तरफ अपना रुझान करेंगे.
मेरठ में कितने का मिलता बैटः मेरठ स्पोर्ट्स व्यापार संघ के अध्यक्ष अनुज सिंघल बताते हैं कि मेरठ में सौ रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक की कीमत के बैट बेचे जा रहे हैं, जिसमें पॉपुलर का बैट होता है, कश्मीर विलो का बैट होता है, इंग्लिश विलो समेत तमाम तरह के बैट होते हैं. मेरठ में क्रिकेट के जो उत्पाद तैयार होते हैं उनमें SS, SG, SF, BDM, SM pintu प्रमुख हैं. इसी तरह तमाम ऐसे ब्रांड भी हैं जो लगातार अपनी पहचान बना रहे हैं. उन्हीं में से jk exports, premier lagguard, bhalla international ऐसे ग्रुप हैं जो खेल के अलग अलग उत्पाद बनाकर प्रसिद्धि पा रहे हैं.
मेरठ का उद्यमी सरकार से क्या चाहता हैः उद्यमी मानते हैं कि सरकार जिस तरह से खेलों पर ध्यान दे रही है, खेल यूनिवर्सिटी से लेकर स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर तक की स्थापना को लेकर कवायद मेरठ में हो रही हैं, ऐसे में यहां का उद्यमी अब यही चाहता है कि सरकार को सस्ती दरों पर जमीन उपलब्ध करानी चाहिए ताकि सस्ती दरों पर हम अपने प्रोडक्टस खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को दे सकें.
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