मेरठ: पति-पत्नी और वो के मामले में गुस्साए पति ने अपने साथियों के साथ मिलकर पत्नी के प्रेमी और उसके साथी को मारपीट कर गंगनहर में फेंक दिया था. जिसके बाद मेरठ पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस की जांच में पता चला है कि गंगनहर में फेंके गए युवकों में से एक का अंतिम संस्कार तो गाजियाबाद पुलिस ने लावारिस में कर दिया था. तब तक परिजनों की ओर से गुमशुदगी नहीं लिखवाई गई थी.
मेरठ में पति-पत्नी और वो के मामले में हालांकि पुलिस अभी तक विशाल नाम के युवक को नहीं खोज पाई है. लेकिन, दूसरे युवक के बारे में अब पता चल चुका है कि उसकी मौत हो चुकी है. दरअसल, मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के सिसौला गांव निवासी प्रिंस ने 26 अगस्त को अपनी पत्नी सोनिया के प्रेमी विशाल और उसके साथी भूपेंद्र को मारपीट कर गंगनहर में फेंक दिया था.
गाजियाबाद पुलिस ने लावारिस में कर दिया था अंतिम संस्कारः अब पुलिस ने इस मामले में खुलासा किया है कि गंगनहर में फेंके गए दोनों युवकों में से भूपेंद्र का शव 30 अगस्त को ही गाजियाबाद जिले के मसूरी में झाल पर मिला था. लेकिन, पहचान नहीं हो पाने के चलते पुलिस ने फोटोग्राफी कराकर शव का अज्ञात में अंतिम संस्कार कर दिया था. इस बारे में सीओ ब्रह्मपुरी सुचेता सिंह ने बताया भूपेंद्र की पहचान नहीं होने के कारण शव का लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया गया था.
भूपेंद्र के परिजनों ने फोटो से की पहचानः सीओ सुचेता सिंह ने बताया कि शुक्रवार को परतापुर पुलिस ने भूपेंद्र के परिजनों को मसूरी थाने पर बुलवाया, जहां पहुंचकर परिजनों ने शव के फोटो देखकर पुलिस को बताया कि वह उनका ही बेटा भूपेंद्र था. वहीं देर रात पुलिस ने दूसरे युवक विशाल की बाइक भोला झाल चौकी से आगे गंगनहर से खोज निकाली है. अभी विशाल की तलाश की जा रही है. मामले में पुलिस आरोपी प्रिंस और उसके साथियों आकाश और चंदर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
तीन महीन पहले हुई थी शादी, फिर भी पत्नी का चालू था Extra Marital Affaire: बता दें कि जानी थाना क्षेत्र के सिसौला गांव निवासी प्रिंस (25) की शादी परतापुर के कंचनपुर घोपला निवासी सोनिया से तीन महीने पहले हुई थी. शादी के बाद भी सोनिया के अपने प्रेमी से संबंध थे. उसके प्रिंस ने अपनी पत्नी को समझाया भी, लेकिन सोनिया की हरकतें बंद नहीं हुईं. इसके बाद सुनियोजित तरीके से प्रिंस ने सोनिया के आशिक को पत्नी के ही मोबाइल से मैसेज किया.
कैसे अंजाम दी थी वारदातः सीओ सुचेता सिंह ने बताया कि प्रिंस ने अपनी पत्नी के आशिक को 26 अगस्त को गंगनहर पर बुलाया था. विशाल अपने दोस्त भूपेंद्र उम्र 21 वर्ष के साथ पहुंचा था. जहां प्रिंस ने पहले से ही उन्हें पीटने का पूरा इंतजाम किया हुआ था. प्रिंस ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर दोनों को पकड़ लिया और उनकी पहले खूब पिटाई की. उसके बाद गंगनहर में फेंक दिया. अभियुक्त इतना शातिर था कि उसने उन दोनों के मोबाइल फोन मेरठ के शताब्दीनगर इलाके में फेंक दिए. जबकि जिस बाइक पर दोनों आए थे उसे भी गंगनहर में फेंक दिया.
चार दिन बाद परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगीः पहले तो दोनों के परिजन उन्हें खोजते रहे लेकिन जब वे नहीं मिले तो अंत में विशाल के परिजनों की तरफ से 30 अगस्त को परतापुर थाने में विशाल की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई थी. वहीं, पांच सितंबर को भूपेंद्र के परिजनों ने भी परतापुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. बाद में पुलिस की पड़ताल में यह खुलासा हुआ कि पूर्व में प्रिंस की अपनी पत्नी के आशिक विशाल से कहासुनी भी हुई थी. सीओ सुचेता सिंह ने बताया कि विशाल की बाइ बरामद हो चुकी है. उसकी तलाश जारी है. जबकि लावारिस के तौर पर जिसका अंतिम संस्कार किया गया वह भूपेंद्र है, उसके परिजनों ने उसे अपना बेटा बताया है.