मेरठ: शहीद मेजर केतन शर्मा का पार्थिव शरीर मेरठ पहुंच गया है. कुछ ही देर में पार्थिव शरीर उनके आवास पहुंचेगा. उनके पार्थिव शरीर के आगमन पर लोगों ने रास्ते में फूल बिछाए हैं. बता दें कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सोमवार देर रात आतंकियों से मुकाबला करते हुए मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए थे.
आतंकियों से लोहा लेते वक्त हुए शहीद
आर्मी के अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर के अनंतनाग में एक मकान के अंदर तीन आतंकवादी घुस गए थे. मेजर केतन शर्मा अपनी टीम के साथ आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम देने पहुंचे थे. इस दौरान दोनों तरफ से गोलीबारी होने लगी. केतन शर्मा और उनकी टीम ने मकान में घुसे दो आतंकवादियों को मौके पर ही मार गिराया. एक आंतकवादी मौके से भागने लगा.
मेजर केतन शर्मा और उनकी टीम ने भाग रहे आतंकी पर फायरिंग की. इस दौरान आतंकी की तरफ से की गई फायरिंग में मेजर केतन शर्मा और उनके दो साथियों को गोली लगी. मेजर केतन शर्मा मौके पर ही शहीद हो गए. बाद में मेजर केतन शर्मा की टीम ने तीसरे आतंकी को भी मार गिराया.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
शहीद मेजर केतन शर्मा मेरठ के कंकरखेड़ा थाना इलाके के श्रद्धा पुरी सेक्टर के रहने वाले थे. शहादत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घर में मातम छा गया है. छह साल पहले केतन शर्मा की शादी हुई थी. एक हफ्ते पहले ही छुट्टी खत्म करके मेजर ड्यूटी पर लौटे थे. मेजर केतन शर्मा 2012 में लेफ्टिनेंट बने थे और फिर उसके बाद मेजर बने. परिवार में एक छोटी बहन भी है, जिसकी शादी दिल्ली में हुई है. मेजर की पत्नी ईरा और चार साल की बेटी कायरा दिल्ली में हैं. शहीद मेजर के पिता रवींद्र शर्मा और मां उषा शर्मा का रो-रोकर बुरा हाल है.