मेरठः राम मंदिर के पूजन के लिए देश के बड़े-बड़े धर्माचार्यों से मुहूर्त निकलवाया गया. उस पूजन की घड़ी को पंचगनी पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर ब्रह्म ऋषि रामकृष्ण आनंद ने अशुभ बता दिया है. सोमवार को मेरठ पहुंचे रामकृष्ण आनंद महाराज केंद्र सरकार पर जमकर बरसे. इसी के साथ कृषि कानूनों को किसानों के विरोध में बताते हुए सरकार से इसे वापस लेने की मांग की.
दरअसल ब्रह्म ऋषि रामकृष्ण आनंद महाराज सोमवार को सम्राट पैलेस स्थित राजराजेश्वरी मंदिर में पहुंचे थे. यहां पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कृषि कानूनों को किसानों का विरोधी बताया. इसी के साथ सरकार से इस कानून को अविलंब वापस लिए जाने की मांग उठाई. पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. इस राज्य में भाजपा की सरकार नहीं बनती उस सरकार को किसी न किसी तरीके से गिरा दिया जाता है.
उन्होंने आरोप लगाया कि देश में सिर्फ पीएम मोदी और अमित शाह के फैसले चलते हैं. रातों रात कोई भी नियम बनाकर जनता पर थोप दिया जाता है. यहां तक कि इसके लिए मोदी सरकार अपने मंत्रिमंडल से भी विचार-विमर्श नहीं करती. हाल ही में जनता पर फास्ट टैग थोप दिया गया है. ब्रह्म ऋषि राम कृष्ण आनंद महाराज ने राम मंदिर की पूजा को भी गलत ठहराया. उन्होंने कहा कि देव उठान एकादशी से पहले अशुभ मुहूर्त में यह पूजन किया गया. इसके चलते देशवासियों को तमाम तरह के संकट का सामना करना पड़ रहा है.
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कोरोना जैसी महामारी भी इसी की देन है. इसी के साथ पूरे देश में मारकाट मची हुई है. उन्होंने मोदी सरकार पर संत जनों के अपमान का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भूमि के पूजन में देश के किसी भी शंकराचार्य को नहीं बुलाया गया. जिस देश में संतों का अपमान होता है, वहां इसी तरह की आपदाएं आती हैं.