मेरठ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने मेरठ में साझा प्रेस वार्ता की. इस दौरान अखिलेश यादव ने सूबे की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही कहा कि यूपी और उत्तराखंड में चुनाव हैं. लेकिन उत्तराखंड में करीब एक हजार गांव पलायन के कारण खाली हो गए हैं, क्या केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह वहां भी दौरा करेंगे? इतना ही नहीं आगे उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की भी बात कही. वहीं, सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि तीन घंटे किस माफिया के साथ उन्होंने चाय-नाश्ता किया था.
आगे उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. लेकिन हम भरोसा दिलाते हैं कि भविष्य में सपा के आते ही सब ठीक हो जाएगा. हम किसी को कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे. अगर कोई खिलवाड़ करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. अखिलेश ने कहा कि हम दोनों किसानों के बेटे हैं. हम किसानों के लिए अंत तक लड़ाई लड़ेंगे. इसलिए मैं हमेशा अपनी जेब में एक पोटली लेकर चलता हूं. लाल टोपी और लाल पोटली, मैं उन्हें हराने के लिए और उन्हें भगाने के लिए अन्न संकल्प लेकर चलता हूं.
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इधर, जयंत चौधरी ने चुनाव के नियमों के अनुपालन पर आरोप लगाया कि उनके प्रत्याशी ने वीडियो वैन चलाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन अब तक उन्हें अनुमति नहीं मिली है. वहीं, दूसरी ओर भाजपा के वैन पूरे प्रदेश में चल रहे हैं. इसकी शिकायत हम चुनाव आयोग में करने जा रहे हैं. वहीं, सूबे के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को असली तमंचावादी नेता करार दिया.
उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ सबसे ज्यादा मुकदमे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए अब पश्चिम में दरवाजे बंद हो चुके हैं. यही कारण है कि इनके नेता अनाब शनाब बयानबाजी कर रहे हैं. लेकिन उनके बयानों का यहां के मतदाताओं पर कोई खास असर नहीं पड़ने वाला है, क्योंकि यहां के लोग इस सरकार के कामकाज को देख चुके हैं.
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