मेरठ: एक ओर जहां योगी सरकार ऑपरेशन क्लीन चलाकर उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के दावे कर रही है, वहीं बेख़ौफ बदमाश न सिर्फ अपराध करने में लगे हैं बल्कि अपहरण जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे है. ताजा मामला मेरठ के थाना नौचन्दी इलाके का है, जहां मंगलवार की देर एक्टिवा सवार युवकों ने दंपत्ति की 4 साल की मासूम बच्ची का अपहरण कर लिया. मासूम के अपहरण होने पर जब माता-पिता ने शोर मचाया तो वहां मौजूद डायल 112 की गाड़ी में तैनात पुलिस ने एक्टिवा सवार युवकों का पीछा किया, लेकिन अपहरणकर्ता पुलिस को चकमा देकर तंग गलियों में घुस गए. इसके बाद वायरलेस पर बच्ची के अपहरण सूचना मिली तो कई थानों की पुलिस ने शहर की नाकेबंदी कर बच्ची की तलाश शुरू की. करीब 5 घन्टे बाद पुलिस ने बच्ची को पार्क के पास संदिग्ध हालत में घूमते हुए सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस का मानना है कि अपहरणकर्ता पकड़े जाने के डर से बच्ची को छोड़कर फरार हो गए.
मां बाप के सामने 4 साल की मासूम का अपहरण
बता दें कि हरदोई निवासी कयूम अपनी पत्नी निशा खातून और दो बेटियों के साथ शोहराबगेट बस स्टैंड पर उतरे थे. मंगलवार की देर रात करीब 12 : 30 बजे बस स्टैंड के सामने छोले भटूरे के ठेले के पीछे दंपति बच्चियों के साथ बिस्तर लगा कर लेट गए. इसी दौरान एक्टिवा सवार दो युवक वहां पहुंचे और 4 साल की बच्ची को छीनकर गढ़ रोड़ की तरफ फरार हो गए.
तंग गलियों में छिपे अपहरणकर्ता
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि इस दौरान सामने ही यूपी डायल 112 की पीआरवी गाड़ी खड़ी हुई थी. गाड़ी में तैनात पुलिस कर्मियों ने एक्टिवा सवार युवकों का पीछा किया, लेकिन पकड़ नही पाए. जिसके बाद पूरे जिले में नाकेबंदी करते हुए वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी गई. बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ता बच्ची को लेकर भीड़-भाड़ वाले इलाके की तंग गलियों में घुस गए थे, जिसके चलते पीआरवी पर तैनात पुलिस कर्मी उन्हें पकड़ नही पाए.
4 घन्टे बाद बरामद हुई बच्ची
एसएसपी अजय साहनी के मुताबिक, बुधवार तड़के करीब 5 बजे पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में अपहृत बच्ची थाना सिविल लाइन इलाके में बच्चा पार्क के पास घूमते हुए बरामद कर ली गई. एसएसपी का कहना है कि पुलिस की घेराबंदी के चलते आरोपी बच्ची को छोड़कर फरार हो गए. पुलिस बच्ची का मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया गया है. आरोपियों की तलाश के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं, ताकि अपहरणकर्ताओं को पकड़ा जा सके.