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मेरठ में जनसेवा केंद्र के नाम पर फर्जीवाड़ा, पुलिस ने किया खुलासा

योगी सरकार एक ओर जनता की सुविधा के लिए जनसेवा केंद्र खोल रही है. वहीं जनसेवा की आड़ में संचालक फर्जीवाड़ा करने में लगे हैं.

जनसेवा केंद्र पर फर्जीवाड़ा
जनसेवा केंद्र पर फर्जीवाड़ा
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Published : Jun 11, 2021, 10:43 AM IST

मेरठः जिले की ब्रह्मपुरी पुलिस ने गुरुवार को जनसेवा केंद्र के नाम पर एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है. इस जनसेवा केंद्र में आय, चरित्र प्रमाण पत्र, हैसियत प्रमाण पत्र समेत कई तरह के महत्वपूर्ण दस्तावेज फर्जी बनाये जा रहे थे. पुलिस ने छापेमारी कर इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया है. हैरानी की बात ये है कि पुलिस ने मौके पर डीएम और एसडीएम समेत तमाम आला अधिकारियों की नकली मोहरे और फर्जी प्रमाण पत्र भी बरामद की है. अमन नाम का एक आरोपी मौके से गिरफ्तार कर लिया गया.

जनसेवा केंद्र की आड़ में फर्जी प्रमाण पत्र

मामला मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र के माधव पुरम इलाके का है. जहां डिजिटल जनसेवा केंद्र के नाम से सरकारी केंद्र खुला हुआ है. आय प्रमाण पत्र, हैसियत प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र जैसे तमाम दस्तावेज बनवाने के लिए ये केंद्र आवेदकों के फॉर्म ऑनलाइन अप्लाई करता है. लेकिन इसी केंद्र की आड़ में जालसाजों ने गोरखधंधा करना शुरू कर दिया. ढाई से तीन हजार रुपए लेकर केंद्र संचालक आवेदकों को बिना किसी झंझट के प्रमाण पत्र दिलवाने का वादा करते थे. उनके फार्म को ऑनलाइन अप्लाई करने की खानापूर्ति कर 2 दिन बाद ही प्रमाण पत्र बनाकर दिया जा रहा था. जबकि ये प्रमाण पत्र न तो तहसील जारी करती थी न ही डीएम और एसडीएम के दफ्तर से जारी होते थे. केंद्र संचालक खुद ही कंप्यूटर के माध्यम से नकली मोहर एवं नकली साइन करके आवेदकों को थमा दिया करते थे.

जनसेवा केंद्र पर फर्जीवाड़ा

इसे भी पढ़ें- पंचायती राज विभाग में आधी रात 8 अफसरों के ट्रांसफर

जनसेवा केंद्र संचालक मोटी रकम वसूल कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर रहा था. जिसकी भनक पुलिस को लग गई. फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

मेरठः जिले की ब्रह्मपुरी पुलिस ने गुरुवार को जनसेवा केंद्र के नाम पर एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है. इस जनसेवा केंद्र में आय, चरित्र प्रमाण पत्र, हैसियत प्रमाण पत्र समेत कई तरह के महत्वपूर्ण दस्तावेज फर्जी बनाये जा रहे थे. पुलिस ने छापेमारी कर इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया है. हैरानी की बात ये है कि पुलिस ने मौके पर डीएम और एसडीएम समेत तमाम आला अधिकारियों की नकली मोहरे और फर्जी प्रमाण पत्र भी बरामद की है. अमन नाम का एक आरोपी मौके से गिरफ्तार कर लिया गया.

जनसेवा केंद्र की आड़ में फर्जी प्रमाण पत्र

मामला मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र के माधव पुरम इलाके का है. जहां डिजिटल जनसेवा केंद्र के नाम से सरकारी केंद्र खुला हुआ है. आय प्रमाण पत्र, हैसियत प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र जैसे तमाम दस्तावेज बनवाने के लिए ये केंद्र आवेदकों के फॉर्म ऑनलाइन अप्लाई करता है. लेकिन इसी केंद्र की आड़ में जालसाजों ने गोरखधंधा करना शुरू कर दिया. ढाई से तीन हजार रुपए लेकर केंद्र संचालक आवेदकों को बिना किसी झंझट के प्रमाण पत्र दिलवाने का वादा करते थे. उनके फार्म को ऑनलाइन अप्लाई करने की खानापूर्ति कर 2 दिन बाद ही प्रमाण पत्र बनाकर दिया जा रहा था. जबकि ये प्रमाण पत्र न तो तहसील जारी करती थी न ही डीएम और एसडीएम के दफ्तर से जारी होते थे. केंद्र संचालक खुद ही कंप्यूटर के माध्यम से नकली मोहर एवं नकली साइन करके आवेदकों को थमा दिया करते थे.

जनसेवा केंद्र पर फर्जीवाड़ा

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जनसेवा केंद्र संचालक मोटी रकम वसूल कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर रहा था. जिसकी भनक पुलिस को लग गई. फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

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