मेरठ: किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि वैज्ञानिक हर संभव प्रयास कर रहे हैं. इसी क्रम में किसानों को खेती के साथ पशुपालन के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है. सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में किसानों को मुर्गी पालन के प्रति जागरूक करते हुए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे किसानों की आमदनी में इजाफा होगा.
मेरठ: अब खेती के साथ मुर्गी पालन कर किसान कमाएंगे दोगुना मुनाफा - meerut news in hindi
किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इसी सिलसिले में मेरठ जिले के सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में किसानों को खेती के साथ साथ मुर्गी पालन के प्रति जागरूक करते हुए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
खेती के साथ मुर्गी पालन कर किसान कर सकेंगे अतिरिक्त आमदनी
मेरठ: किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि वैज्ञानिक हर संभव प्रयास कर रहे हैं. इसी क्रम में किसानों को खेती के साथ पशुपालन के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है. सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में किसानों को मुर्गी पालन के प्रति जागरूक करते हुए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे किसानों की आमदनी में इजाफा होगा.
उन्होंने बताया कि मुर्गी पालन से किसानों की रोजाना आमदनी हो सकती है. मुर्गी पालन से अंडे उत्पादन और मुर्गे मांस के लिए बेचकर किसान आमदनी कर रहे हैं. वेस्ट यूपी में किसान खेती के साथ साथ बेहतर तरीके से मुर्गी पालन कर सकते हैं. इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक प्रबंधन और अच्छी नस्लों का चयन करना होगा.
डॉ. धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि वेस्ट यूपी में मुर्गी पालन के लिए कड़कनाथ समेत कई अच्छी नस्लें हैं. यहां का किसान मुर्गी पालन कर अपनी आमदनी बढा सकता है. किसानों को मुर्गी पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के दौरान मुर्गी पालन से लेकर बिक्री तक की जानकारी दी जा रही है.
उन्होंने बताया कि मुर्गी पालन से किसानों की रोजाना आमदनी हो सकती है. मुर्गी पालन से अंडे उत्पादन और मुर्गे मांस के लिए बेचकर किसान आमदनी कर रहे हैं. वेस्ट यूपी में किसान खेती के साथ साथ बेहतर तरीके से मुर्गी पालन कर सकते हैं. इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक प्रबंधन और अच्छी नस्लों का चयन करना होगा.
डॉ. धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि वेस्ट यूपी में मुर्गी पालन के लिए कड़कनाथ समेत कई अच्छी नस्लें हैं. यहां का किसान मुर्गी पालन कर अपनी आमदनी बढा सकता है. किसानों को मुर्गी पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के दौरान मुर्गी पालन से लेकर बिक्री तक की जानकारी दी जा रही है.
Intro:मेरठ: खेती के साथ मुर्गी पालन से किसानों को होगी अतिरिक्त आमदनी
मेरठ। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि वैज्ञानिक हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में किसानों को खेती के साथ पशुपालन के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय किसानों को मुर्गी पालन के प्रति जागरूक करते हुए किसानों को प्रशिक्षण दे रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे किसानों की आमदनी में इजाफा होगा।
Body:सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के डीन डॉ राजवीर सिंह का कहना है कि इस समय किसानों की आमदनी कैसे बढ़ायी जाए इस काम किया जा रहा है। किसानों को दुधारू पशुपालन के अलावा मुर्गी और बकरी पालन के प्रति जागरूक कर किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बताया कि मुर्गी से किसानों को रोजाना आमदनी हो सकती है। मुर्गी पालन से अंडे उत्पादन और मुर्गे मांस के लिए बेचकर किसान आमदनी कर रहे हैं। वेस्ट यूपी में किसान खेती के साथ साथ बेहतर तरीके से मुर्गी पालन कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक प्रबंधन और अच्छी नस्लों का चयन करना होगा। कृषि विश्वविद्यालय की ओर से किसानों को मुर्गी पालन की समय समय पर प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दी जा रही है, किसानों में भी मुर्गी पालन के प्रति रूचि बढ़ रही है।
Conclusion:डा धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि वेस्ट यूपी में मुर्गी पालन के लिए कडकनाथ समेत कई अच्छी नस्लें हैं। यहां का किसान मुर्गी पालन कर अपनी आमदनी बढा सकता है। किसानों को मुर्गी पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान मुर्गी पालन से लेकर बिक्री तक की जानकारी दी जा रही है।
बाइट- डॉ राजवीर सिंह, डीन वैटनरी कॉलेज
बाइट- डॉ धीरेन्द्र कुमार, प्रभारी मुर्गी पालन, कृषि विश्वविद्यालय
अजय चौहान
9897799794
मेरठ। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि वैज्ञानिक हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में किसानों को खेती के साथ पशुपालन के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय किसानों को मुर्गी पालन के प्रति जागरूक करते हुए किसानों को प्रशिक्षण दे रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे किसानों की आमदनी में इजाफा होगा।
Body:सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के डीन डॉ राजवीर सिंह का कहना है कि इस समय किसानों की आमदनी कैसे बढ़ायी जाए इस काम किया जा रहा है। किसानों को दुधारू पशुपालन के अलावा मुर्गी और बकरी पालन के प्रति जागरूक कर किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बताया कि मुर्गी से किसानों को रोजाना आमदनी हो सकती है। मुर्गी पालन से अंडे उत्पादन और मुर्गे मांस के लिए बेचकर किसान आमदनी कर रहे हैं। वेस्ट यूपी में किसान खेती के साथ साथ बेहतर तरीके से मुर्गी पालन कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक प्रबंधन और अच्छी नस्लों का चयन करना होगा। कृषि विश्वविद्यालय की ओर से किसानों को मुर्गी पालन की समय समय पर प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी दी जा रही है, किसानों में भी मुर्गी पालन के प्रति रूचि बढ़ रही है।
Conclusion:डा धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि वेस्ट यूपी में मुर्गी पालन के लिए कडकनाथ समेत कई अच्छी नस्लें हैं। यहां का किसान मुर्गी पालन कर अपनी आमदनी बढा सकता है। किसानों को मुर्गी पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान मुर्गी पालन से लेकर बिक्री तक की जानकारी दी जा रही है।
बाइट- डॉ राजवीर सिंह, डीन वैटनरी कॉलेज
बाइट- डॉ धीरेन्द्र कुमार, प्रभारी मुर्गी पालन, कृषि विश्वविद्यालय
अजय चौहान
9897799794