मेरठ : मेरठ के युवा इंजीनियर आसिफ चौहान ने धुंए से आंखों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए अनोखी डिवाइस ईजाद की है. इंजीनियर आसिफ चौहान ने बताया कि इस मशीन का नाम इलेक्ट्रो स्टैटिक एयर प्यूरीफायर है, जो रसोई से निकलने वाले धुएं को ताजी हवा में बदल देता है . उन्होंने इस एयर प्यूरिफायर का पेटेंट भी कराया है. इसकी कीमत 4000 रुपये तय की गई है. आसिफ का दावा है कि मॉडिफाई करने के बाद इस टेक्नॉलजी का उपयोग कारखानों एवं इंडस्ट्री में भी किया जा सकता है. इसकी मदद से चिमनियों से उठने वाले धुएं को भी शुद्ध किया जा सकता है. आसिफ का दावा है कि इंडस्ट्रीज में यह एयर प्यूरीफायर पूरी तरह कारगर साबित होगा.
ग्रामीण इलाकों के ज्यादातर घरों में आज भी मिट्टी के चूल्हों पर ही खाना बनाता है. ऐसी रसोई में महंगी चिमनी नहीं लगा सकते, इसलिए लकड़ियों एवं उपलों के धुएं से गृहणियों को घुटन और आंखों में जलन की समस्या होती है. आसिफ चौहान का दावा है कि इलेक्ट्रो स्टैटिक एयर प्यूरीफायर ऐसी रसोइयों में लगाया जा सकता है. ॉ
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जानिए कैसे काम करता है प्यूरिफायर
एमटेक कर चुके आसिफ चौहान ने प्रदेश के स्टार्टअप में इनोवेशन के लिए पहला स्थान प्राप्त किया था. फिलहाल आसिफ नूरनगर इलाके के सिटी गार्डन कॉलोनी में अपनी कंपनी चला रहे है. वह अपने कारखाने में एक दो नहीं, बल्कि कई तरह के उपकरण तैयार कर रहे हैं. एयर प्यूरीफायर उनका आठवां इनोवेशन हैं. आसिफ ने बताया कि इस नए एयर प्यूरिफायर में तीन तरह के रजिस्टेंस, कैपेसिटर और स्टेप अप ट्रांसफॉर्मर का इस्तेमाल किया गया है. इसकी टेक्नॉलजी धुएं में शामिल अनबर्न पार्टिकल को जला देती है, इस कारण प्यूरीफायर में जाने के बाद धुआं ताजी हवा में बदल जाता है.