मेरठ: बैंक मैनेजर की पत्नी शिखा और बेटे रुद्रांश की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. इस मामले के हत्यारोपी और बैंक मैनेजर के बहनोई हरीश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हरीश के पकड़े जाने के बाद वारदात में साथ देने वाले उसके साथी रवि ने गुरुवार को हापुड़ में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. बहनोई द्वारा हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद यह खबर सुर्खियों में है.
आरोपी ने उगला हत्या का राज
बैंक मैनेजर की गर्भवती पत्नी और बेटे की हत्या वारदात को आरोपी हरीश ने पुलिस के सामने कबूल किया है. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके घटना का खुलासा किया. एसएसपी ने बताया कि हरीश ने हापुड़ के पिलखुआ निवासी अपने एक साथी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था. पुलिस पूछताछ में हरीश ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी साली शिखा और संदीप का प्रेम विवाह हुआ था. जिसकी वजह से दोनों परिवारों के बीच अनबन चल रही थी.
हरीश का साला संदीप बैंक मैनेजर है. अच्छा पेशा होने की वजह से संदीप की आर्थिक स्थिति अच्छी थी, जबकि हरीश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. संदीप की तरक्की देखकर हरीश मन ही मन कुंठित रहता था. इसी वजह से हरीश ने संदीप की हत्या करने का प्लान बनाया था. पूर्व निर्धारित प्लान के मुताबिक, हरीश अपने साले व बैंक मैनेजर संदीप की हत्या करने गया था. लेकिन जब हरीश हत्या के इरादे से संदीप के घर पहुंचा तो वहां पर साली शिखा और बेटा रुद्रांश भी मौजूद था.
हरीश ने पहले घर में रखे एक लाख 47 हजार रुपये व सोने-चांदी के गहने लूट लिए फिर शिखा और बेटे रुद्रांश की गला दबाकर हत्या कर दी. वारदात को अंजाम देने के बाद हरीश शिखा की स्कूटी लेकर फरार हो गया. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि पुलिस ने हत्यारोपी से लूटे गए गहने व नकदी बरामद कर ली है. हत्यारोपी के पास से एक तमंचा व 9 कारतूस भी बरामद हुए हैं. उन्होंने बताया कि हरीश कुमार पर पहले से ही 2 मुकदमें दर्ज हैं, वह पूर्व में जेल भी जा चुका है.