मेरठ: जिले के विकास भवन सभागार में डीएम अनिल ढींगरा ने विकास कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को विकास और निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा वाला ऐसा कोई भी प्रोजेक्ट न हो, जिसका काम शुरू न हुआ हो. उन्होंने पीएचसी, सीएचसी और बिजलीघर जैसे जन उपयोगी संस्थानों में निर्माण कार्यों को अभी तक शुरू नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई.
‘गडढ़ा मुक्ति के कार्य प्राथमिकता से हों'
डीएम अनिल ढींगरा ने कहा कि गडढ़ा मुक्ति के कार्यों को प्राथमिकता पर पूर्ण किया जाए. उन्होंने हस्तिनापुर में चेतावाला पुल की एप्रोच रोड का निर्माण अक्टूबर तक पूर्ण कर उसे जनउपयोगी बनाने के लिए कहा. डीएम ने प्रधानमंत्री आवास योजना की धीमी प्रगति पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिये. उन्होंने कहा कि निर्माण और विकास कार्य सरकार की प्राथमिकताओं में है, इसीलिए सभी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए.
'जल दोहन रोकने के लिए करें जागरूक'
डीएम ने बैठक में मौजूद अधिकारियों से कहा कि जल का संचयन व संरक्षण सरकार की प्राथमिकताओं में है. मेरठ के कुछ ब्लाॅक अति दोहन की श्रेणी में आ गए हैं. उन्होंने अधिकारियों से आमजन को जल संचयन और संरक्षण तथा जल का दोहन रोकने के प्रति जागरूक करने के लिए कहा. इस दौरान डीएम ने 16 जुलाई से 22 जुलाई तक मनाये जाने वाले भूजल सप्ताह का शुभारम्भ भी किया.
‘जांच के बाद ही भेजे पेंशन प्रकरण’
वहीं सीडीओ ईशा दुहन ने बैठक में कहा कि पेंशन प्रकरणों को भली प्रकार जांचने के बाद ही भेजा जाए. यदि उसमें गलती मिलती है तो संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह गोशालाओं का भी निरीक्षण करें.
कांवड़ पटरी मार्ग निर्माण का प्रस्ताव भेजा
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने बैठक में बताया कि कांवड पटरी मार्ग की दायीं पटरी के निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. उसकी तकनीकी स्वीकृति प्राप्त हो गयी है. दायीं ओर के पटरी मार्ग की कुल लंबाई 111.49 किमी है, इस पर 651.53 लाख खर्च आने का अनुमान है. इस बैठक में सीएमओ डॉ राजकुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पूजा शर्मा समेत अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे.