मेरठ: रक्षाबंधन के त्यौहार पर बाजारों में एक से बढ़कर एक सुंदर राखियां मौजूद है. वहीं सोने और चांदी की राखियां बाजार में ग्राहकों को अपनी ओर आर्कषित कर रही है. चांदी की राखियों की मांग ज्यादा है. विक्रेताओं के अनुसार सोने का भाव ज्यादा होने के कारण सोने की राखियों की बिक्री बहुत ही कम हो रही है लेकिन चांदी की राखियों की अच्छी बिक्री हो रही है.
वहीं चांदी की राखियों की बाजारों में मांग होने के कारण ज्वेलर्स में भी उत्साह नजर आ रहा है. वहीं विक्रेताओं का कहना है कि अगर बाजार पूरे सप्ताह खुल जाए, तो रक्षाबंधन पर्व पर अच्छी दुकानदारी हो जाएगी. ज्वेलर्स की दुकानों पर चांदी से बनी आकर्षक डिजाइन और नगों से जड़ी राखियां मौजूद हैं.
ज्वेलर्स विमल कुमार ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी के कारण लोगों में पिछली साल की अपेक्षा उत्साह कम है लेकिन लोग खरीदारी के लिए घर से निकल रहे हैं. उन्होंने बताया कि बहनें अपने भाईयों की कलाई पर बांधने के लिए चांदी की राखियों की खरीदारी कर रही हैं.
वहीं ज्वेलर्स दिनेश कुमार ने बताया कि चांदी की राखियों की कीमत में पिछले साल की अपेक्षा इस बार कुछ बढ़ोतरी भी हुई है. इसके बाद भी इस बार बाजार में चांदी की राखियों की मांग ज्यादा है.
उन्होंने बताया कि इस बार चांदी से बनी राखियों के नए डिजाइन बाजार में आए हैं, जो ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. वहीं उन्होंने बताया कि सोने की कीमत ज्यादा होने के कारण लोग कम वजन की सोने की राखियां बनवा रहे हैं.
हजारों रुपये तक है इन राखियों की कीमत
सोने की राखियों की कीमत 15 हजार से लेकर 60 हजार रुपये तक है और राखियां 22 कैरेट सोने से तैयार की गई हैं. वहीं चांदी की राखी की कीमत 700 रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक है. विक्रेताओं के अनुसार सोने व चांदी की राखियां पिछले साल के मुकाबले इस बार अधिक महंगी हैं.