मेरठ : चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में भदोही निवासी बीटेक थर्ड ईयर के छात्र ने आत्महत्या कर ली थी. इस घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने बाहरी व्यक्तियों के विवि परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी है. प्रोफेसरों की तीन सदस्यों की एक टीम भी बनाई गई है. यह टीम इसकी निगरानी भी करेगी.
तीन दिन पूर्व छात्र ने की थी आत्महत्या : मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में तीन दिन पूर्व बीटेक तृतीय वर्ष के छात्र प्रशांत पांडेय ने आत्महत्या कर ली थी. पंडित दीनदयाल उपाध्याय हॉस्टल में उसकी लाश मिली थी. इस घटना के विरोध में छात्र नेताओं ने आवाज बुलंद की थी. विश्वविद्यालय की तरफ से स्टूडेंट्स की काउंसलिंग की जा रही है. ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए विश्वविद्यालय ने कुछ सख्त कदम उठाए हैं. वीसी ने महत्वपूर्ण बैठक कर तत्काल प्रभाव से विश्वविद्यालय परिसर में बाहरी लोगों की एंट्री को बैन कर दिया है. अब बिना पास के हॉस्टल में आउटसाइडर्स की एंट्री नहीं हो सकेगी.
कुलपति ने जारी किए निर्देश : कुलपति ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जरा भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वीसी ने निर्देश दिए हैं कि एंट्री पास जारी करते वक्त उनसे विवि में आने का कारण पूछा जाएगा. मेन गेट पर तैनात होमगार्ड सबसे पहले आउटसाइडर्स से यूनिवर्सिटी में उनके आने का कारण पूछेंगे, उनकी सारी पर्सनल डिटेल भी प्राप्त करेंगे. उसके बाद ही एंट्री कार्ड जारी कर उन्हें प्रवेश दिया जाएगा.
3 सदस्यों की एक समिति गठित : विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी मितेंद्र गुप्ता ने बताया कि स्वाइप कार्ड बनाने पर भी विश्वविद्यालय विचार कर रहा है. कुलपति के निर्देश पर विवि में अनुशासन बनाए रखने के लिए 3 सदस्यों की एक समिति भी गठित की गई है. यह कमेटी हॉस्टलों में आने जाने वाले स्टूडेंट और बाहरी छात्रों पर विशेष तौर नजर रखेगी.
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