मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में तेजाब पीड़िता को 2 साल के इंतजार के बाद इंसाफ मिला है. अदालत ने दो साल की लंबी सुनवाई के बाद एसिड अटैक के मामले में सभी छह दोषियों को न सिर्फ आजीवन कारावास की सजा सुनाई है बल्कि एक नजीर भी पेश की है. दो साल में हुए इस फैसले के बाद पीड़िता ने संतोष जाहिर किया है. इसी के साथ एसिड अटैक पीड़िताओं के परिजनों से अपनी बेटी का साथ न छोड़ने की अपील की है. पीड़िता ने बताया कि इस दौरान बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. दोषियों से धमकी भी मिलती रही.
अदालत का यह फैसला पीड़िता के हौंसले और जज्बे का ही परिणाम है कि दोषियों को जिंदगी भर के लिए जेल भेजा गया है. इसके साथ सभी दोषियों को 3-3 लाख का आर्थिक दंड भी लगाया गया है.
दरअसल, 2 साल पहले थाना परतापुर इलाके शताब्दी नगर में शिवानी नाम की युवती इलाके के संत विवेकानंद स्कूल में नौकरी करती थी. अधेड़ उम्र का स्कूल प्रबंधक अजब सिंह शिवानी पर न सिर्फ बुरी नजर रखता था बल्कि उसके साथ छेड़छाड़ करता रहता था. स्कूल प्रबंधक की छेड़खानी से परेशान आकर शिवानी ने नौकरी छोड़ दी. शिवानी का ऐसे नौकरी छोड़कर चले जाना स्कूल प्रबंधक को नागवार गुजरा. जिससे गुस्साए अजब सिंह और उसके चार साथियों ने 22 नवंबर 2018 को युवती पर तेजाब फेंक दिया. एसिड अटैक से शिवानी का चेहरा बुरी तरह झुलस गया, जिसके चलते उसको कई महीनों तक अस्पताल में रहना पड़ा. तेज़ाब से जलकर शिवानी का चेहरा बुरी तरह खराब हो गया.
मुकदमा दर्ज कर भेजा गया था जेल
तेजाब कांड में पीड़िता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने स्कूल प्रबंधक अजब सिंह समेत 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई. पुलिस जांच में सभी पीड़िता के आरोप सही पाए गए. जिसके बाद तेजाब कांड में सभी आरोपी जेल गए थे.
पीड़िता को 2 साल बाद मिला न्याय
पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी. जिसके बाद इस मामले की सुनवाई मेरठ कोर्ट में चल रही थी. जिसका फैसला 2 साल की सुनवाई के बाद गुरुवार को आया है. अदालत ने सभी आरोपियों को न सिर्फ दोषी करार दिया बल्कि सभी 6 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. शासकीय अधिवक्ता मुकेश मित्तल ने बताया कि गुरुवार को कोर्ट ने इस मामले में आरोपी अजब सिंह, अंकित, रिंकु, रोहित, रवि और आरोपियों को तेजाब बेचने वाले श्रवण नाम के दुकानदार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. सभी आरोपियों पर तीन-तीन लाख रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है.
पीड़िता ने फैसले का किया स्वागत
अदालत से आये फैसले के बाद बाहर खड़ी पीड़िता और उसके परिवार के लोगों ने संतोष जाहिर किया. पीड़िता ने फैसले का स्वागत करते हुए बताया कि मुकदमे की सुनवाई के दौरान आरोपियों ने उसे डराया, धमकाया और लालच भी दिया. मगर वह हिम्मत नहीं हारी. संकट की इस घड़ी में उसके मायके और ससुराल वाले साए की तरह उसके साथ खड़े रहे. पीड़िता ने एसिड अटैक पीड़िताओं के परिजनों से हमेशा अपने बच्चे के साथ खड़े रहने की अपील की. जिससे वह जीवन की लड़ाई में कमजोर न पड़ें.
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