मेरठः जनपद में सोमवार को कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी (Congress leader Naseemuddin Siddiqui) ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सवाल पर शायराना अंदाज में नजर आए. उन्होंने एक सवाल के जवाब में शायरी सुनाई. नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि मजबूरियों के नाम सब छोड़ना पड़ा, दिल तोड़ना कठिन था मगर तोड़ना पड़ा..तूफान पे लिखे थे मेरे दोस्तों के नाम...किश्ती को किनारों की तरफ मोड़ना पड़ा. सिद्दीकी ने कहा कि किनारा कांग्रेस है.
यूपी कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने निकाय चुनाव को लेकर कहा कि नगर निकाय चुनाव (Meerut municipal elections) को पार्टी गंभीरता से ले रही है. कांग्रेस पार्टी पूरी ताक़त के साथ तैयारी के साथ निकाय चुनाव लड़ना चाहती है. उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुए तो कांग्रेस चौंकाने वाले रिजल्ट देगी. हालांकि निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद नहीं है. कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं गड्ढे में नहीं रहना चाहता. अगर पार्टी मजबूत है तो हम मजबूत हैं. गड्ढे शब्द का बार बार इस्तेमाल करने पर उन्होंने कहा कि वो उन्होंने कहावत कही है. भारत जोड़ो यात्रा पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का प्रोग्राम अगर यूपी में नहीं बन पाता है तो प्रियंका गांधी या फिर कोई अन्य नेता भारत जोड़ो यात्रा में पहुंचेंगे.
मैनपुरी और रामपुर उपचुनाव पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि थोड़ा समय दीजिए. बहुत उपचुनाव हम नहीं लड़े हैं. नेतृत्व ये तय करेगा कि क्या करना है क्योंकि 12 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में मतदान है. उसके बाद प्रदेश प्रभारी और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव के निर्देश पर फैसला होगा. अभी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है. ईडबल्यूएस आरक्षण (EWS Reservation) पर बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं. हमें पसंद आए या न आए. वहीं, अब्दुल्ला आजम के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि वो हमेशा कोर्ट का फैसला मानते हैं. अगर मेरा मामला भी होता तो कोर्ट का फैसला मानते. वहीं, गाजियाबाद में सड़क पर नमाज प्रकरण पर नसीमुद्दीन ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि विवाद न पैदा हो.