ETV Bharat / state

मेरठ: घर में रहकर गौरैया का आशियाना बना रहे होनहार बच्चे - मेरठ में लॉकडाउन

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में लॉकडाउन के दौरान बच्चे घरों में बैठकर समय का एक अच्छा सदुपयोग कर रहे हैं. बच्चे घर में रहकर पक्षियों के लिए घोसला तैयार करने में जुटे हुए हैं.

बच्चे पक्षियों के लिए बना रहे घोसलें
बच्चे पक्षियों के लिए बना रहे घोसलें
author img

By

Published : Mar 30, 2020, 10:52 PM IST

मेरठ: देशभर में जारी लॉकडाउन से सभी घर में कैद हो गए हैं. वहीं कुछ बच्चों ने इस समय का सदुपयोग करने की ठान ली है. बच्चे घर के अंदर रहकर ही कुछ न कुछ एक्टिविटी कर रहे हैं. ऐसे ही कुछ बच्चे हैं जो घर में बैठकर गरमी से पक्षियों को बचाने के लिए घोसले बना रहे हैं.

जिले में बच्चे घर पर बैठकर अपने समय का सदुपयोग कर रहे हैं. बच्चे घर में बैठकर पक्षियों के लिए घोसले बना रहे हैं. प्रगति विज्ञान संस्था से जुड़े आशीष गोले और उसकी बहन ऐश्वर्या गोले ने मिलकर गौरैया का आशियाना तैयार किया. इस आशियाने को उन्होंने अपने घर की छत के पास ही लगा दिया और उसमें गौरैया के खाने के लिए दाने और पीने के लिए पानी भी रख दिया है.

इसी तरह माधोपुरम के सेक्टर-3 की रहने वाली सिमरन और उसके दो भाइयों ने भी गौरैया का घोसला तैयार किया है. शास्त्रीनगर की रहने वाली मानवी और युगांक ने भी अपने घर पर ही पुराने वस्तुओं को इकट्ठा कर गौरैया का आशियाना तैयार किया है.

जागृति विहार में रहने वाले अर्पित और अनुप्रिया शर्मा ने भी वेस्ट मैटीरियल से गौरैया का एक सुंदर सा आशियाना तैयार कर उसे अपने घर में लगा दिया है. जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि बच्चे लॉकडाउन के दौरान न केवल अपनी पढ़ाई पर फोकस कर रहे हैं बल्कि, वह खाली समय का बेहतर उपयोग कर रहे हैं.

गर्मी में पक्षियों की चिंता भी बच्चों को सता रही है, इसलिए कुछ बच्चे अपने घर पर रहकर ही गौरैया का आशियाना तैयार कर रहे हैं. यह एक अच्छा प्रयास है. सभी को घर में रहकर इस तरह की गतिविधि करनी चाहिए.

मेरठ: देशभर में जारी लॉकडाउन से सभी घर में कैद हो गए हैं. वहीं कुछ बच्चों ने इस समय का सदुपयोग करने की ठान ली है. बच्चे घर के अंदर रहकर ही कुछ न कुछ एक्टिविटी कर रहे हैं. ऐसे ही कुछ बच्चे हैं जो घर में बैठकर गरमी से पक्षियों को बचाने के लिए घोसले बना रहे हैं.

जिले में बच्चे घर पर बैठकर अपने समय का सदुपयोग कर रहे हैं. बच्चे घर में बैठकर पक्षियों के लिए घोसले बना रहे हैं. प्रगति विज्ञान संस्था से जुड़े आशीष गोले और उसकी बहन ऐश्वर्या गोले ने मिलकर गौरैया का आशियाना तैयार किया. इस आशियाने को उन्होंने अपने घर की छत के पास ही लगा दिया और उसमें गौरैया के खाने के लिए दाने और पीने के लिए पानी भी रख दिया है.

इसी तरह माधोपुरम के सेक्टर-3 की रहने वाली सिमरन और उसके दो भाइयों ने भी गौरैया का घोसला तैयार किया है. शास्त्रीनगर की रहने वाली मानवी और युगांक ने भी अपने घर पर ही पुराने वस्तुओं को इकट्ठा कर गौरैया का आशियाना तैयार किया है.

जागृति विहार में रहने वाले अर्पित और अनुप्रिया शर्मा ने भी वेस्ट मैटीरियल से गौरैया का एक सुंदर सा आशियाना तैयार कर उसे अपने घर में लगा दिया है. जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि बच्चे लॉकडाउन के दौरान न केवल अपनी पढ़ाई पर फोकस कर रहे हैं बल्कि, वह खाली समय का बेहतर उपयोग कर रहे हैं.

गर्मी में पक्षियों की चिंता भी बच्चों को सता रही है, इसलिए कुछ बच्चे अपने घर पर रहकर ही गौरैया का आशियाना तैयार कर रहे हैं. यह एक अच्छा प्रयास है. सभी को घर में रहकर इस तरह की गतिविधि करनी चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.