मेरठ: जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए बीते दिनों घायल हुए बहादुर डॉग जूम ने गुरुवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. सर्जरी के बाद जूम की हालत गंभीर बनी हुई थी. आर्मी डॉग जूम ने 36 सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण मेरठ छावनी में लिया था.
बीते दिन उपचार के दौरान जूम जिंदगी की जंग हार गया.शहीद जूम ने गोली लगने के बाद भी 2 दहशतगर्दों को मारने में सेना की मदद की थी. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में इसी सप्ताह सोमवार को आतंकियों के साथ सेना की मुठभेड़ हुई थी. इस ऑपरेशन में जूम ने लश्कर आतंकियों से लोहा लिया था. जूम आतंकियों की गोलियों से जख्मी हुआ था. उसे दो गोलियां लगी थी. भारतीय सेना के बहादुर लड़ाकू डॉग जूम की विशेष ट्रेनिंग मेरठ में हुई थी. श्रीनगर के एडवांस फील्ड वेटरीनरी अस्पताल में उसकी सर्जरी भी हुई थी लेकिन, जूम की हालात लगातार गंभीर होती चली गयी. डॉक्टर्स की टीम ने जूम को गुरुवार को मृत घोषित कर दिया.
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रिटायर्ड सैन्य अधिकारी एसएस अहलावत ने बताया कि, बेल्जियन मैलिनॉय (Belgian Malinois) ब्रीड के डॉग सेना के लिए बेहद भरोसेमंद होते हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि जूम अब नहीं रहा. उन्होंने बताया कि बेल्जियन मैलिनॉय (Belgian Malinois) ब्रीड के डॉग सेना में हैं जो कि कई बड़े ऑपरेशन में दुश्मन की लिया खतरनाक तो होते ही हैं. ये बेहद समझदार भी होते हैं. बेल्जियन मैलिनॉय (Belgian Malinois) ब्रीड के डॉग जूम के जाने पर वे दुखी हुए. सेना के अफसरों ने पुष्टि की है कि अनंतनाग में एक घर में छिपे दो आतंकियों पर घातक हमला करने वाले ज़ूम ने मेरठ में विशेष प्रशिक्षण लिया था.
बता दें कि, हालांकि जूम आतंकियों से हमले में दो गोली लगने से छलनी हुआ था लेकिन सेना के जवानों ने आतंकियों को मार गिराया था. बेल्जियम मेलिनोस प्रजाति के डॉग अमेरिकी स्पेशल फोर्स का भी हिस्सा हैं.
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