मेरठ: जिले में कोरोना संक्रमण और ब्लैक फंगस का खतरा अभी कम भी नहीं हुआ कि व्हाइट और येलो फंगस ने मरीजों की चिंता बढ़ा दी है. आए दिन मेरठ मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. बुधवार रात आई रिपोर्ट के मुताबिक जिले में ब्लैक फंगस के 10 नए मरीज मिले हैं, जिनमें से 9 मरीजों को मेडिकल कॉलेज और एक मरीज को जसवंत राय हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है.
हैरानी की बात ये है कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक मरीज में ब्लैक एंड व्हॉइट के साथ येलो फंगस की भी पुष्टि हुई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ गई हैं. डॉक्टरों की टीम ने मरीज का सैंपल लेकर बायोप्सी जांच के लिए भेज दिया है. बताया जा रहा है कि तीन दिन बाद जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मरीज का अगला इलाज शुरू किया जाएगा.
एक ही मरीज में मिला ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस
मेरठ के आनंद अस्पताल में फंगस महामारी का अजीबो गरीब मामला सामने आया है. अस्पताल में भर्ती एक मरीज में ब्लैक एंड व्हाइट के साथ येलो फंगस होने की आशंका जताई जा रही है. ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस का अजीब मामले के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. आनन-फानन में डॉक्टरों ने मरीज को बायोप्सी जांच के लिए भेज दिया है. बायोप्सी जांच की रिपोर्ट तीन दिन में आएगी, जिसके बाद मरीज का ऑपरेशन किया जाएगा. लेकिन एक साथ एक ही मरीज में तीनों फंगस मिलने से स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
बायोप्सी रिपोर्ट के इंतजार में डॉक्टर
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. पुनीत भार्गव ने बताया कि आनंद अस्पताल में एक मरीज कोविड वार्ड में भर्ती था. कुछ दिनों पहले कोरोना को मात देकर स्वस्थ होने के बाद घर चला गया था, लेकिन कुछ दिन बाद उसके चेहरे, नाक और आंख में अचानक सूजन आ गई. जब मरीज की दूरबीन से जांच की गई, तो पिक्चर में फंगस के तीनों रंग दिखाई दिए. डॉ. पुनीत के मुताबिक ब्लैक और व्हाइट फंगस की तो पुष्टि हो चुकी है, लेकिन येलो फंगस की पुष्टि के लिए बायोप्सी जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है. रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. इससे पहले येलो फंगस का मेडिकल कॉलेज और गाजियाबाद में एक-एक मरीज मिल चुका है.
ब्लैक फंगस मरीजों की हो रही बढ़ोतरी
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के कुल 145 मरीज भर्ती हो चुके हैं, जबकि बड़ी संख्या में प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज करा रहे हैं. बुरी खबर ये है कि जिले में 15 मरीजों की फंगस से मौत भी हो चुकी है. फिलहाल मेडिकल कॉलेज में 90 मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें से 29 कोरोना पॉजिटिव और 61 नॉन कोविड हैं. कोविड एवं नॉन कोविड मरीजों को अलग-अलग कमरे में भर्ती किया हुआ है. कॉलेज में ब्लैक फंगस के दो मरीजों का सफल ऑपरेशन किया गया. तीन मरीज स्वस्थ्य होकर घर चले गए हैं. सभी मरीजों को एंफोटेरिसिन बी इंजेक्शन दिया जा रहा है.
जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 220 पहुंच गई है. 15 मरीजों को मेडिकल कॉलेज के आइसीयू वार्ड में रखा गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. ब्लैक फंगस के 29 मरीज आनंद हॉस्पिटल, 11 न्यूटिमा, 10 लोकप्रिय हॉस्पिटल में भर्ती हैं.
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