मेरठ : अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की धरती है, आयुर्वेद के जनक की धरती है. उन्होंने देवताओं का उपचार किया था. राक्षसों का भी उपचार किया था. सभी को आयुष का वरदान दिया था.
शनिवार को मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन का आयोजन किया गया. तीन दिन तक चलने वाले इस आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश आयुर्वेद के जनक की धरती है. आज हम इस पद्धति को लेकर और भी तेजी से आगे बढ़ सकते हैं. आयुर्वेद के विद्वानों, चिकित्सकों और रिसर्च कर रहे शोधार्थियों से सीएम ने कहा कि जब डबल इंजन आपके साथ जुड़ जाता है तो आपको तो घबराने की आवश्यकता ही नहीं है.'
उन्होंने कहा कि 'सरकार में पहला आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय भी शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए तमाम प्रयास किये जा रहे हैं. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एमबीबीएस और फिर पीजी करने के बाद डॉक्टर बनने में 12 से 14 साल का समय लग जाता है, जबकि एक बीएएमएस डॉक्टर वेलनेस सेंटर के जरिए अपना रोजगार शुरू कर सकता है.' उन्होंने कहा कि 'सरकार का पूरा सहयोग है.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'कोरोना काल में हमने देखा है कि किस तरह से पूरी दुनिया ने आयुर्वेद का महत्व समझा है. आयुर्वेद दुनिया को अच्छा स्वास्थ्य दे सकता है. सीएम योगी के कहा कि मेरठ की धरती भारत के इतिहास की धरती है, यहां कुछ ही दूरी पर हस्तिनापुर की धरती है, जो कि ऐतिहासिक पौराणिक धरा है. धर्म अर्थ काम मोक्ष का उद्घोष करने वाली धरती है मेरठ की धरती. उन्होंने कहा कि देश की आजादी का प्रथम उदघोष करने वाली धरा है मेरठ.'
सीएम ने कहा कि 'उपराष्ट्रपति के यहां आगमन से आयुर्वेद महापर्व को आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है. सीएम ने कहा कि पिछले 9 साल के अंदर एक लंबी छलांग देश ने लगाई है, जिसका श्रेय पीएम मोदी को दिया जाएगा. जिन्होने पहली बार चिकित्सा पद्धतियों के लिए आयुर्वेद मंत्रालय का गठन किया. उन्होंने कहा कि 2016 से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने को दुनिया मजबूर है. पीएम के जो प्रयास हैं उनका परिणाम सामने है. इतनी बड़ी संख्या में आयुर्वेद के विद्वान एक साथ एक जुट हुए हैं यह सभी के लिए बहुत ही उपयोगी है.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'हमारे देश के उपराष्ट्रपति को हमने आमंत्रित करके कार्यक्रम को ऊंचाई दी है. सीएम ने आयुर्वेद से जुड़े विद्वानों की सराहना भी की. वह बोले वेस्टर्न यूपी के बहुत सारे आयुर्वेद के विशेषज्ञ हैं जिन्होंने विषम परिस्थितियों में पूरे क्षेत्र में पद्धति को आगे बढ़ाने का कार्य किया. कार्यक्रम का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि ये तीन दिवसीय जो सम्मेलन शुरू हो रहा है, इस दिशा में जो नए शोध हो रहे हैं उसके बारे में भी अवगत कराया जाएगा. पीएम हेल्थ टूरिज्म के रूप में भी हम इसे विकसित कर रहे हैं. पीएम ने 9 साल पहले भारत की परंपरा को आगे बढ़ाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार अपनी परम्परागत पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है. हमें अपने गौरव की अनुभूति करनी चाहिए. उत्तर प्रदेश आयुर्वेद की धरती है.'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीसीएसयू को A++ ग्रेड मिलने पर उन्होंने बधाई भी दी. सीएम ने कहा कि जैसे आज चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को नैक में शानदार ग्रेड मिला है वैसे ही यहां आयुर्वेद का शानदार काम भी होगा. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भी याद किया उन्हें नमन किया.
यह भी पढ़ें : Lok Sabha Elections 2024 में उप्र के लिए कांग्रेस इस खास रणनीति पर कर रही है काम, जानिए क्या