मेरठः जिले में 6 साल से एसिड अटैक का दर्द झेल रही दो महिलाओं को शुक्रवार को इंसाफ मिल गया. घर में घुसकर तेजाब डालने वाले चार आरोपियों को कोर्ट ने 14 साल की सजा सुनाई है. इसके साथ ही सभी दोषियों पर 1-1 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है. पीड़िताओं को अपने इंसाफ के लिए 6 साल का लंबी लड़ाई लड़ी. जिसके बाद इंसाफ पाकर उनके झुलस चुके चेहरे पर खुशी नजर आई.
ये था मामलाः मेरठ के थाना फलावदा क्षेत्र में 29 जून 2016 की रात में सानिया नाम की महिला ने अपनी ननद और जेठानी पर उनके आशिकों के साथ मिलकर तेजाब डाल दिया. पूरी प्लानिंग के साथ घटना को अंजाम दिया गया. सानिया ने आशिकों को बुलाकर घर में घुस दिया और फिर तेजाब डालकर भागने की प्लानिंग रच डाली. एसिड अटैक की इस घटना को लेकर उस समय सनसनी फैल गई थी. लेकिन, तब से लेकर अब तक इंसाफ की उम्मीद में पीड़िताएं लगातार भटक रही थी.
शीबा नाम महिला का एसिड अटैक के कारण निकाह भी नहीं हो पाया और अब तक करीब 35 लाख से ज्यादा की रकम इलाज पर खर्च कर चुके हैं. 6 साल बाद आज कोर्ट ने इस पर फैसला सुनाया. एडीजे 15 हर्ष अग्रवाल की कोर्ट ने इस मामले में महिला सानिया समेत 4 लोगों को आरोपी करार देते हुए 14 साल की सजा सुनाई. इसके अलावा इन सभी पर 1-1 लाख का जुर्माना भी लगाया. कोर्ट के फैसला सुनकर पीड़ितों के चेहरे पर सुकून और खुशी दोनों दिखा.
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