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उत्तराखंड त्रासदी में लापता युवकों के फोन से मेरठ में खुशी की लहर, परिजनों ने बांटी मिठाई

उत्तराखंड के चमोली जिले में आई त्रासदी में लापता घोषित मेरठ के चार युवक सकुशल मिल गए हैं. उनके सकुशल होने की सूचना मिलने के बाद मेरठ में उनके परिजनों में खुशी का माहौल है. उनके परिजन न सिर्फ बेहद खुश हैं बल्कि लोगों को मिठाई भी बांट रहें हैं.

लापता युवकों के फोन से परिजनों में खुशी की लहर.
लापता युवकों के फोन से परिजनों में खुशी की लहर.
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Published : Feb 11, 2021, 10:53 PM IST

मेरठ: एक ओर जहां उत्तराखण्ड में आई त्रासदी में सैकड़ों लोगों के लापता होने से उनके परिजनों में मातम का माहौल बना हुआ है. वहीं इस त्रासदी में लापता हुए एक युवक की फोन कॉल से मेरठ के गांव कसेरुखेडा में खुशी का माहौल है. देर रात परिजनों के पास उत्तराखंड से जब फोन आया तो उनकी जान में जान आ गई. अपनों से बात होने के बाद अमरोहा और मेरठ के रहने वाले रोहित, प्रदीप, बालकराम और अतुल के परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है. परिजन मिठाई बांट कर न सिर्फ खुशी जाहिर कर रहे हैं बल्कि भगवान का धन्यावाद कर रहे हैं. साथ ही उनके परिजन उत्तराखंड सरकार से सभी को जल्द ही मेरठ पहुंचाने की अपील कर रहे हैं. सभी युवक चमोली में मोबाइल टावर लगाने गए हुए थे. ग्लेशियर फटने के बाद आई जल प्रलय के बाद उनके परिजन दो दिन से लगातार मोबाइल फोन पर टकटकी लगाए बैठे थे.

लापता युवकों के फोन से परिजनों में खुशी की लहर.

मोबाइल टावर लगाने गए थे युवक
बता दें कि मेरठ के सौरभ प्रजापति मोबाइल टावर लगाने का ठेका लेते हैं. सौरभ के साथ मेरठ से 4 और अमरोहा से 6 लोग काम करते हैं. पिछले दिनों सभी युवक उत्तराखण्ड के चमोली और जोशीमठ के सरायकोटा में जियो कंपनी का टावर लगाने गए हुए थे. मेरठ से प्रदीप कुमार (25), रोहित (23), बालक राम (24) और 21 वर्षीय अतुल कुमार निवासीगण आजाद नगर खटकाना पुल थाना लालकुर्ती जोशीमठ टॉवर लगाने गए थे. जो वहां आई जलप्रलय में लापता हो गए थे. बार-बार हेल्पलाइन नंबरों पर सम्पर्क किये जाने के बाद भी कुछ पता नहीं चल पा रहा था. हर बार यही बताया जा रहा था कि जब जानकारी मिल जाएगी सूचित कर दिया जाएगा. गरीब परिवारों से ताल्लुक रखने वाले ये चारों युवक 4 जनवरी को मोबाइल टावर का का कार्य करने के लिए उत्तराखण्ड रवाना हुए थे.

जल प्रलय के बाद हुए थे लापता
4 दिन पहले चमोली में ग्लेशियर फटने के बाद आई जलप्रलय ने न सिर्फ तबाही मचा दी, बल्कि इसके बाद से पश्चमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के परिवारों में भी कोहराम मचा हुआ था. जलप्रलय के बाद से मेरठ के भी 4 युवक लापता हो गए थे. न तो उनका फोन लग पा रहा था और ना ही उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था. जिसके चलते मेरठ के गांव कसेरूखेड़ा के परिवारों ने रो-रोकर कई रातें गुजार दीं, लेकिन वो फोन कॉल नहीं आई जिसका उन्हें बेसब्री से इंतज़ार था. जिससे उनकी सांस अटकी हुई थी.

बुधवार रात आई फोन कॉल से खुशी का माहौल
कई दिनों के इंतजार के बाद बुधवार की देर रात एक फोन आया, जिसमें मेरठ के चारों युवकों के सही सलामत होने की सूचना मिली. फोन आने के बाद परिजन खुशी से झूम उठे. युवकों के परिजनों का कहना है कि अब उनके अपनों से बात हो गई है. अब चाहे परिजन एक हफ्ते बाद भी आयें तो कोई गम नही है. परिजनों के मुताबिक, युवको ने फोन पर हुई बातचीत में न सिर्फ ख़ौफ़नाक मंजर की दास्तान बताई बल्कि आपबीती भी सुनाई. युवकों ने बताया कि वे सब ठीक हैं, लेकिन पिछले दो दिन से उन्होंने खाना नहीं खाया है, जिससे थोड़ी कमजोरी महसूस जरूर हो रही है.

मेरठ: एक ओर जहां उत्तराखण्ड में आई त्रासदी में सैकड़ों लोगों के लापता होने से उनके परिजनों में मातम का माहौल बना हुआ है. वहीं इस त्रासदी में लापता हुए एक युवक की फोन कॉल से मेरठ के गांव कसेरुखेडा में खुशी का माहौल है. देर रात परिजनों के पास उत्तराखंड से जब फोन आया तो उनकी जान में जान आ गई. अपनों से बात होने के बाद अमरोहा और मेरठ के रहने वाले रोहित, प्रदीप, बालकराम और अतुल के परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है. परिजन मिठाई बांट कर न सिर्फ खुशी जाहिर कर रहे हैं बल्कि भगवान का धन्यावाद कर रहे हैं. साथ ही उनके परिजन उत्तराखंड सरकार से सभी को जल्द ही मेरठ पहुंचाने की अपील कर रहे हैं. सभी युवक चमोली में मोबाइल टावर लगाने गए हुए थे. ग्लेशियर फटने के बाद आई जल प्रलय के बाद उनके परिजन दो दिन से लगातार मोबाइल फोन पर टकटकी लगाए बैठे थे.

लापता युवकों के फोन से परिजनों में खुशी की लहर.

मोबाइल टावर लगाने गए थे युवक
बता दें कि मेरठ के सौरभ प्रजापति मोबाइल टावर लगाने का ठेका लेते हैं. सौरभ के साथ मेरठ से 4 और अमरोहा से 6 लोग काम करते हैं. पिछले दिनों सभी युवक उत्तराखण्ड के चमोली और जोशीमठ के सरायकोटा में जियो कंपनी का टावर लगाने गए हुए थे. मेरठ से प्रदीप कुमार (25), रोहित (23), बालक राम (24) और 21 वर्षीय अतुल कुमार निवासीगण आजाद नगर खटकाना पुल थाना लालकुर्ती जोशीमठ टॉवर लगाने गए थे. जो वहां आई जलप्रलय में लापता हो गए थे. बार-बार हेल्पलाइन नंबरों पर सम्पर्क किये जाने के बाद भी कुछ पता नहीं चल पा रहा था. हर बार यही बताया जा रहा था कि जब जानकारी मिल जाएगी सूचित कर दिया जाएगा. गरीब परिवारों से ताल्लुक रखने वाले ये चारों युवक 4 जनवरी को मोबाइल टावर का का कार्य करने के लिए उत्तराखण्ड रवाना हुए थे.

जल प्रलय के बाद हुए थे लापता
4 दिन पहले चमोली में ग्लेशियर फटने के बाद आई जलप्रलय ने न सिर्फ तबाही मचा दी, बल्कि इसके बाद से पश्चमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के परिवारों में भी कोहराम मचा हुआ था. जलप्रलय के बाद से मेरठ के भी 4 युवक लापता हो गए थे. न तो उनका फोन लग पा रहा था और ना ही उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था. जिसके चलते मेरठ के गांव कसेरूखेड़ा के परिवारों ने रो-रोकर कई रातें गुजार दीं, लेकिन वो फोन कॉल नहीं आई जिसका उन्हें बेसब्री से इंतज़ार था. जिससे उनकी सांस अटकी हुई थी.

बुधवार रात आई फोन कॉल से खुशी का माहौल
कई दिनों के इंतजार के बाद बुधवार की देर रात एक फोन आया, जिसमें मेरठ के चारों युवकों के सही सलामत होने की सूचना मिली. फोन आने के बाद परिजन खुशी से झूम उठे. युवकों के परिजनों का कहना है कि अब उनके अपनों से बात हो गई है. अब चाहे परिजन एक हफ्ते बाद भी आयें तो कोई गम नही है. परिजनों के मुताबिक, युवको ने फोन पर हुई बातचीत में न सिर्फ ख़ौफ़नाक मंजर की दास्तान बताई बल्कि आपबीती भी सुनाई. युवकों ने बताया कि वे सब ठीक हैं, लेकिन पिछले दो दिन से उन्होंने खाना नहीं खाया है, जिससे थोड़ी कमजोरी महसूस जरूर हो रही है.

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