मेरठः जिले में पिछले 24 घंटे में 2,190 नए संक्रमित मरीज मिलने से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. बेकाबू संक्रमण ने कोरोना योद्धाओं को भी अपनी चपेट में ले लिया है. ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोरोना मरीजों की संख्या में इतना बड़ा इजाफा हुआ है. 24 घंटे में पिछले हर दिन का रिकॉर्ड तोड़कर कोरोना संक्रमण ने नया रिकॉर्ड बनाया है. सोमवार देर रात आई रिपोर्ट के मुताबिक जिले में पहली बार मरीजों की संख्या 2 हजार पार पहुंच गई है. जबकि 23 मरीजों की मौत हो गई है.
लोगों की लापरवाही से फैल रहा संक्रमण
आपको बता दें कि पश्चमी उत्तर प्रदेश में मेरठ शहर को शिक्षा के साथ चिकित्सा सुविधाओं के लिए भी जाना जाता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यहां सारी चिकित्सा व्यवस्थाएं ठप होती नजर आ रही हैं. लोगों की लापरवाही उनके लिए खतरा बनती जा रही है. लोगों का अनावश्यक घरों से निकलना और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करना कोरोना संक्रमण को खुली दावत दे रहा है. यही वजह है कि मेरठ में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. सोमवार की रात में आई लिस्ट में अब तक के सबसे ज्यादा लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है.
24 घंटे में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी
रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने 4,656 लोगों की सैंपल लेकर कोरोना की जांच कराई थी. जांच रिपोर्ट आने के बाद जहां स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया. वहीं जिला प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए. जिले में पहली बार कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 2,000 के पार पहुंच गया है. पिछले 24 घन्टे में 2,190 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. जबकि 23 मरीजों की मौत हुई है. सोचने वाली बात ये है कि कोरोना योद्धा के रूप में सेवा दे रहे सेवादार भी संक्रमण की चपेट में आने लगे हैं.
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स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी मुश्किलें
सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि जिले में पहली बार कोरोना संक्रमण ने 2,000 के आंकड़े को पार कर दिया है. 2,190 लोगों में संक्रमण की पुष्टि होना जनपद वासियों के लिए बड़ा खतरा है. ये सब स्थानीय लोगों की लापरवाही का परिणाम है. लॉकडाउन होने पर भी लोग न सिर्फ अनावश्यक घरों से निकल रहे हैं, बल्कि कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां भी उड़ा रहे हैं. सीएमओ ने बताया कि ऑक्सीजन लेवल 95 से ऊपर वाले पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन में इलाज दिया जा रहा है. जबकि इससे कम होने पर विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है. जिले में 1658 मरीजों का विभिन्न कोविड केंद्रों में इलाज चल रहा है. जबकि 6,442 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 17,682 हो गई है. जिनमें से मेडिकल कॉलेज में 328 मरीज ऑक्सीजन पर चल रहे हैं. जबकि 8 मरीज वेंटिलेटर पर रखे गए हैं.