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125 करोड़ की GST चोरी का भंडाफोड़, मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार - सीजीएसटी मेरठ

सीजीएसटी मेरठ की टीम ने जीएसटी के फर्जीवाड़े का भंडफोड़ किया है. सीजीएसटी टीम ने इनवॉइस के जरिये फर्जीवाड़ा करने वाले माफिया को गिरफ्तार किया है, जबकि उसके साथी फरार हो गए. पकड़े गए GST माफिया के पास से 2 करोड़ 33 लाख रुपये बरामद किए गए.

जीएसटी चोरी का खुलासा.
जीएसटी चोरी का खुलासा.
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Published : Feb 3, 2021, 10:49 PM IST

मेरठ : जिले में सीजीएसटी मेरठ की टीम ने जीएसटी के फर्जीवाड़े का भंडफोड़ किया. सीजीएसटी टीम ने इनवॉइस के जरिये फर्जीवाड़ा करने वाले माफिया को गिरफ्तार किया है, जबकि उसके साथी फरार हो गए. पकड़े गए GST माफिया के पास से 2 करोड़ 33 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. सीजीएसटी टीम ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से मजिस्ट्रेटर ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

मेरठ में जीएसटी चोरी का खुलासा.

30 से ज्यादा फर्जी फर्मों के नाम पर GST घोटाला

GST माफिया विकास जैन मूल रूप से मेरठ जिले के कस्बा मवाना का रहने वाला है. वर्तमान में वह गाजियाबाद क्रॉसिंग रिपब्लिक कॉलोनी में रहता है. जानकारी के मुताबिक, विकास जैन 30 से ज्यादा फर्जी फर्म चला रहा था. सभी फर्मों के पते आवासीय इलाकों के दिए गए थे. चौंकाने वाली बात तो ये है कि ये सभी फर्में केवल कागजों में ही संचालित थे. धरातल पर न तो कंपनी थी और ना ही कोई दफ्तर था. इन सभी कंपनियों का संचालन विकास जैन और उसके साथी एक ही कमरे से कर रहे थे.

जानिए, कैसे बनाए फर्जी फर्म

सीजीएसटी आयुक्त एसवी सिंह ने बताया कि विकास जैन परिचित एवं अज्ञात लोगों के पैन कार्ड और आधार नम्बर लेकर उनके नाम से फर्जी फर्म बना लेता था. सीजीएसटी की वेबसाइट पर ऑनलाइन न सिर्फ फर्म का रजिस्ट्रेशन करा लेता, बल्कि GST और TIN नम्बर भी ले लेता था. इतना ही नहीं, फर्जी फर्मों के नाम से बैंक खाते भी खुद ही खुलवा लेता था. हैरान करने वाली बात तो ये है कि सभी फर्मों के बैंक खाते भी विकास जैन खुद ही हैंडल करता रहा है. विकास ने ज्यादातर फर्म सरिया और सीमेंट कारोबारियों के नाम पर बनाई हुई थी.

फर्जी इनवॉइस से हुई GST चोरी

एसवी सिंह ने बताया कि GST चोरी करने वाले गिरोह का मुख्य सरगना विकास जैन ही है. इसके घर से 2 करोड़ 33 लाख रुपये के साथ लैपटॉप और फर्मों की नकली मुहरें बरामद हुए हैं. विकास जैन फर्जी इनवॉइस तैयार कर करोड़ों की GST चोरी कर चुका है. विकास जैन के पास से मिले दस्तावेजों के मुताबिक, 125 करोड़ की GST का बड़ा खेल हुआ है. जिसका टैक्स करीब 42 करोड़ रुपये चोरी होना बताया जा रहा है.

14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

GST चोरी का यह खेल पश्चमी यूपी में ही नहीं दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में भी खेला जा रहा था. GST की भाषा में इस कारनामे को 'टैक्सी फर्म' कहते हैं. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मेरठ कोर्ट में पेश किया है, जहां से पुलिस ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

मेरठ : जिले में सीजीएसटी मेरठ की टीम ने जीएसटी के फर्जीवाड़े का भंडफोड़ किया. सीजीएसटी टीम ने इनवॉइस के जरिये फर्जीवाड़ा करने वाले माफिया को गिरफ्तार किया है, जबकि उसके साथी फरार हो गए. पकड़े गए GST माफिया के पास से 2 करोड़ 33 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. सीजीएसटी टीम ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से मजिस्ट्रेटर ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

मेरठ में जीएसटी चोरी का खुलासा.

30 से ज्यादा फर्जी फर्मों के नाम पर GST घोटाला

GST माफिया विकास जैन मूल रूप से मेरठ जिले के कस्बा मवाना का रहने वाला है. वर्तमान में वह गाजियाबाद क्रॉसिंग रिपब्लिक कॉलोनी में रहता है. जानकारी के मुताबिक, विकास जैन 30 से ज्यादा फर्जी फर्म चला रहा था. सभी फर्मों के पते आवासीय इलाकों के दिए गए थे. चौंकाने वाली बात तो ये है कि ये सभी फर्में केवल कागजों में ही संचालित थे. धरातल पर न तो कंपनी थी और ना ही कोई दफ्तर था. इन सभी कंपनियों का संचालन विकास जैन और उसके साथी एक ही कमरे से कर रहे थे.

जानिए, कैसे बनाए फर्जी फर्म

सीजीएसटी आयुक्त एसवी सिंह ने बताया कि विकास जैन परिचित एवं अज्ञात लोगों के पैन कार्ड और आधार नम्बर लेकर उनके नाम से फर्जी फर्म बना लेता था. सीजीएसटी की वेबसाइट पर ऑनलाइन न सिर्फ फर्म का रजिस्ट्रेशन करा लेता, बल्कि GST और TIN नम्बर भी ले लेता था. इतना ही नहीं, फर्जी फर्मों के नाम से बैंक खाते भी खुद ही खुलवा लेता था. हैरान करने वाली बात तो ये है कि सभी फर्मों के बैंक खाते भी विकास जैन खुद ही हैंडल करता रहा है. विकास ने ज्यादातर फर्म सरिया और सीमेंट कारोबारियों के नाम पर बनाई हुई थी.

फर्जी इनवॉइस से हुई GST चोरी

एसवी सिंह ने बताया कि GST चोरी करने वाले गिरोह का मुख्य सरगना विकास जैन ही है. इसके घर से 2 करोड़ 33 लाख रुपये के साथ लैपटॉप और फर्मों की नकली मुहरें बरामद हुए हैं. विकास जैन फर्जी इनवॉइस तैयार कर करोड़ों की GST चोरी कर चुका है. विकास जैन के पास से मिले दस्तावेजों के मुताबिक, 125 करोड़ की GST का बड़ा खेल हुआ है. जिसका टैक्स करीब 42 करोड़ रुपये चोरी होना बताया जा रहा है.

14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

GST चोरी का यह खेल पश्चमी यूपी में ही नहीं दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में भी खेला जा रहा था. GST की भाषा में इस कारनामे को 'टैक्सी फर्म' कहते हैं. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मेरठ कोर्ट में पेश किया है, जहां से पुलिस ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

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