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कोरोना अपडेट : मेरठ में 24 घंटे में आए 1245 संक्रमित, 35 की मौत

मेरठ के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मौतें हो रही हैं. सोमवार की रात 9 बजे तक सूरजकुंड श्मशान घाट पर 72 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. इसी बीच 1245 नए लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई.

मेरठ में 24 घण्टे में मिले1245 नए मरीज .
मेरठ में 24 घण्टे में मिले1245 नए मरीज .
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Published : Apr 27, 2021, 10:48 AM IST

मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बड़ी संख्या में जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही हैं और मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. सोमवार देर रात प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 1245 नए लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई. वहीं अस्पतालों में अव्यवस्थाएं और ऑक्सीजन की किल्लत के बीच 35 संक्रमित रोगियों की मौत हो गई. हालांकि 564 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए.

होम आइसोलेशन में हैं 5401 मरीज

सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने 7,773 लोगों के सैंपल लेकर जांच कराई थी, जिनमें से 1245 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन के अनुसार पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने पर 5401 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. जिन मरीजों में ऑक्‍सीजन लेवल कम था, उन्हें कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. मरीजों की संख्या बढ़ने से बेड और ऑक्सीजन कम पड़ रहे हैं.

इसे भी पढ़ें-मेरठ में चरमराई चिकित्सा व्यवस्था, मरीजों के साथ तीमारदार हलकान

क्या है मेडिकल कॉलेज का हाल

मेडिकल कॉलेज में 400 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं. सोमवार की देर रात तक 11 मरीजों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि इनमें से दो मरीजों ने ऑक्सीजन की कमी होने पर दम तोड़ दिया. मरने वालों में 5 मरीज मेरठ के बताए जा रहे हैं, जबकि 6 मरीज आसपास के जनपदों के रहने वाले थे. उधर मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भी दो मरीजों की मौत होना बताया जा रहा है, जिनमें कोविड के लक्षण थे.

इसे भी पढ़ें-ऑक्सीजन न मिलने पर बवाल, तीमारदारों ने नेशनल हाईवे किया जाम

जानिए कहां कितनी हुई मौत

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक केएमसी अस्पताल में 9, आनंद अस्पताल में 5, आर्यावर्त में 5, एसडीएस ग्लोबल में 3, न्यूटीमा एवं ओम ट्रॉमा सेंटर में 2-2 मरीजों की मौत हो गई. मरने वालों में कोरोना संक्रमित कितने मरीज हैं, ये बताने को प्रशासन भी तैयार नहीं है. मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ. अशोक तालियान ने बताया कि सोमवार को बड़ी संख्या में कोविड मरीजों की मौत हुई है, जिसका रिकॉर्ड मंगलवार को तैयार किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें-यूपी में कोरोना संक्रमण की दर में 1.30 फीसदी की गिरावट

डरावने हैं श्मशान घाट के हाल

सूरजकुंड श्मशान घाट पर सोमवार की रात 9 बजे तक 72 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. सूरजकुंड श्मशान घाट पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए एंबुलेंस और परिजनों को कई-कई घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है. हालात ये हैं कि श्मशान घाट में शवों के अंतिम संस्कार के लिए जगह कम पड़ गई है. चबूतरों की बजाए जमीन पर शवों का दाह-संस्कार किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें-ऑक्सीजन सिलेंडरों को लेकर बड़ी लापरवाही, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल निलंबित

कब्रिस्तान में कम पड़ रही जगह

उधर शहर के सबसे बड़े बाले मियां कब्रिस्तान की बात करें तो यहां भी शव दफनाने के लिए जगह कम पड़ती नजर आ रही है. यहां भी आए दिन 30-35 शव पहुंचने लगे हैं. बड़ी संख्या में शवों के कब्रिस्तान पहुंचने से सपुर्द-ए-खाक करने के लिए कब्र खोदने में परेशानी आने लगी है, जिसके चलते विधायक रफीक अंसारी ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर अतिरिक्त जगह मुहैया कराने की मांग की है.

मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बड़ी संख्या में जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही हैं और मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. सोमवार देर रात प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 1245 नए लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई. वहीं अस्पतालों में अव्यवस्थाएं और ऑक्सीजन की किल्लत के बीच 35 संक्रमित रोगियों की मौत हो गई. हालांकि 564 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए.

होम आइसोलेशन में हैं 5401 मरीज

सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने 7,773 लोगों के सैंपल लेकर जांच कराई थी, जिनमें से 1245 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन के अनुसार पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने पर 5401 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. जिन मरीजों में ऑक्‍सीजन लेवल कम था, उन्हें कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. मरीजों की संख्या बढ़ने से बेड और ऑक्सीजन कम पड़ रहे हैं.

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क्या है मेडिकल कॉलेज का हाल

मेडिकल कॉलेज में 400 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं. सोमवार की देर रात तक 11 मरीजों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि इनमें से दो मरीजों ने ऑक्सीजन की कमी होने पर दम तोड़ दिया. मरने वालों में 5 मरीज मेरठ के बताए जा रहे हैं, जबकि 6 मरीज आसपास के जनपदों के रहने वाले थे. उधर मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भी दो मरीजों की मौत होना बताया जा रहा है, जिनमें कोविड के लक्षण थे.

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जानिए कहां कितनी हुई मौत

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक केएमसी अस्पताल में 9, आनंद अस्पताल में 5, आर्यावर्त में 5, एसडीएस ग्लोबल में 3, न्यूटीमा एवं ओम ट्रॉमा सेंटर में 2-2 मरीजों की मौत हो गई. मरने वालों में कोरोना संक्रमित कितने मरीज हैं, ये बताने को प्रशासन भी तैयार नहीं है. मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ. अशोक तालियान ने बताया कि सोमवार को बड़ी संख्या में कोविड मरीजों की मौत हुई है, जिसका रिकॉर्ड मंगलवार को तैयार किया जाएगा.

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डरावने हैं श्मशान घाट के हाल

सूरजकुंड श्मशान घाट पर सोमवार की रात 9 बजे तक 72 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. सूरजकुंड श्मशान घाट पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए एंबुलेंस और परिजनों को कई-कई घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है. हालात ये हैं कि श्मशान घाट में शवों के अंतिम संस्कार के लिए जगह कम पड़ गई है. चबूतरों की बजाए जमीन पर शवों का दाह-संस्कार किया जा रहा है.

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कब्रिस्तान में कम पड़ रही जगह

उधर शहर के सबसे बड़े बाले मियां कब्रिस्तान की बात करें तो यहां भी शव दफनाने के लिए जगह कम पड़ती नजर आ रही है. यहां भी आए दिन 30-35 शव पहुंचने लगे हैं. बड़ी संख्या में शवों के कब्रिस्तान पहुंचने से सपुर्द-ए-खाक करने के लिए कब्र खोदने में परेशानी आने लगी है, जिसके चलते विधायक रफीक अंसारी ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर अतिरिक्त जगह मुहैया कराने की मांग की है.

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