मऊ: उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले जनपद के समस्त शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन कर मार्च निकाला. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए ये मार्च निकाला गया है. इस दौरान शिक्षकों ने जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम योगी को अपना मांग पत्र सौंपा. शिक्षकों का आरोप है कि जिला बीएसए नियम कानून को तोड़कर शिक्षकों को प्रताडि़त करते हैं.
- उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले जनपद के समस्त शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन कर मार्च निकाला.
- जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम योगी को मांग पत्र सौंपा.
- शिक्षकों का आरोप है कि जिला बीएसए नियम कानून को तोड़कर शिक्षकों को प्रताड़ित करते हैं.
- अधिकारी शासनादेश के विरुद्ध परिषदीय विद्यालयों के छात्रों में खराब ड्रेस वितरण करा रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि 20 दिसम्बर को वार्ता के समय अधिकारी ने रिवॉल्वर निकालकर जिलाध्यक्ष कृष्णानन्द राय और अन्य को जान से मारने की धमकी दी. धमकी की तहरीर थाना में दी गई, जिसकी एफआईआर अभी तक दर्ज नहीं की गई है. ये पूरा वाक्या कार्यालय कक्ष के सीसीटीवी में कैद हो गया, जिसे उस सबूत को मिटाने का प्रयास किया जा रहा है. शिक्षकों को विभागीय भ्रष्टाचार के विरुद्ध मुंह खोलने पर झूठे आरोपों में निलम्बित कर भय का वातावरण बनाया जा रहा है. शासनादेशों के विरुद्ध निलम्बन, बहाली और दंडित किया जा रहा है.
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शिक्षकों के वेतन कटौती की बहाली, चयन वेतनमान और अन्य प्रार्थना पत्रों पर 15 महीनों में भी नियमानुसार कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसलिए हम लोगों की मांग है कि जान से मारने की धमकी देने के आपराधिक प्रकरण में एफआईआर दर्ज करते हुए सभी आरोपों का निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई की जाए.