मऊः राज्य मंत्री गन्ना विकास, चीनी उद्योग विभाग एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश पासी की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला सेवा योजना समिति की बैठक हुई. इसमें विकास संबंधी तथ्यों की समीक्षा की गई, जिसमें किसानों के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया. इस दौरान विधायक एवं जिला पंचायत सदस्यों ने जिले में किसानों और जन समस्याओं पर बात रखी.
मंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश
प्रभारी मंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने रतनपुरा सीएचसी पर पैसा लेकर रेबीज इंजेक्शन लगाने का मुद्दा उठाया. इस पर प्रभारी मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी. दो टूक कहा कि किसानों के प्रति किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं की जाएगी. उन्होंने लापरवाह अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
गोशाला में नोडल अधिकारी
मंत्री ने गोशाला का निर्माण कार्य पूर्ण कर उसमें पशुओं को रखने एवं समस्त गो-आश्रय स्थल का एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत राशन का वितरण जनप्रतिनिधियों की देखरेख में कराने का निर्देश दिया. साफ कहा कि अगली बैठक में जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थिति में राशन वितरण किया गया. ऐसी शिकायत न मिले अन्यथा कार्रवाई होगी.
नलकूप विभाग की हुई शिकायत
भैंसाखरग के ग्राम प्रधान की शिकायत की गई. इस पर मंत्री ने समिति बनाकर जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. निजी लघु सिंचाई और नलकूप विभाग को निर्देश दिया कि जितने नलकूप बंद पड़े हैं. उनको ठीक कराएं अन्यथा कार्रवाई होगी. जनप्रतिनिधियों ने बताया गया कि नलकूप खराब होने पर किसान चंदा इकट्ठा कर इसकी रिपेयरिंग कराते हैं. बाद में अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा रिपेयरिंग की बिल बनाकर पैसा उतार लिया जाता है.
डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश
शिकायत आई कि रतनपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंटी रेबीज लगाने के लिए डाक्टरों द्वारा पैसा लिया जाता है. किसी भी केंद्र पर डाक्टर समय से उपस्थित नहीं होते हैं. इस पर मुख्य चिकित्साधिकारी को पैसे लेने वाले डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने एवं समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डाक्टरों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहने एवं दवाओं की उपलब्धता रखने के निर्देश दिए.